बगल में गुलदार, पिजरे के भरोसे विभाग
चौबट्टाखाल तहसील के अंतर्गत देवराजखाल क्षेत्र में गुलदार आमजन के आंगन तक पहुंच गया है लेकिन वन महकमा आज भी पिजरा लगा पिजरा लगा गुलदार का इंतजार कर रहा है।
जागरण संवाददाता, कोटद्वार: चौबट्टाखाल तहसील के अंतर्गत देवराजखाल क्षेत्र में गुलदार आमजन के आंगन तक पहुंच गया है, लेकिन वन महकमा आज भी पिजरा लगा पिजरा लगा गुलदार का इंतजार कर रहा है। इधर, गुलदार के आतंक से त्रस्त आमजन गुलदार के डर से सांझ ढलते ही घरों में दुबक रहा है।
देवराजखाल व इससे लगे क्षेत्र में गुलदार का आतंक थमता नजर नहीं आ रहा। गुलदार के आतंक के साए में जीवन बसर कर रहे ग्रामीणों को गुलदार से सुरक्षित रखने के लिए वन अधिकारियों ने ग्रामीणों को जागरूक किया। वन क्षेत्राधिकारी सुची चौहान ने ग्रामीण महिलाओं से समूह में जंगल की ओर जाने का आग्रह किया। साथ ही उन्हें अपने साथ दरांती व डंडा अवश्य ले जाने की सलाह दी। रास्ते से गुजरते हुए झाड़ियों की ओर पत्थर फेंकते हुए चलें, ताकि यदि गुलदार झाड़ियों में छिपा हो तो वह भाग जाए। इधर, देवराजखाल इंटर कालेज प्रशासन ने भी अभिभावकों से बच्चों के साथ विद्यालय आने को कहा है। प्रधानाचार्य अनुराज कांत शाह ने बताया कि अध्यापकों को भी बच्चों के साथ घरों की ओर लौटने के निर्देश दिए गए हैं। बच्चों को भी शोर मचाते हुए विद्यालय की ओर आने को कहा गया है। गुलदार के आतंक से बच्चों की सुरक्षा को लेकर वन विभाग को भी एक पत्र दिया गया है।
इधर, आमजन वन महकमे की कार्यप्रणाली को लेकर खासा नाराज है। क्षेत्रीय जनता का स्पष्ट कहना है कि क्षेत्र में लगातार गुलदार नजर आ रहा है। लेकिन, वन महकमा इस गुलदार को ट्रैंकुलाइज करने के बजाय पिजरे भरोसे बैठा है। पूर्व ब्लाक प्रमुख सुरेंद्र सिंह रावत के साथ ही महिपाल सिंह, रतन सिंह सहित तमाम ग्रामीणों ने गुलदार को ट्रैंकुलाइज कर क्षेत्र से बाहर करने की मांग की है।