पौड़ी: भैंसोड़ा में गुलदार ने युवक पर किया हमला, झाड़ियों में मिला शव

पौड़ी गढ़वाल के प्रखंड वीरौंखाल के अंतर्गत अंतर्गत ग्राम भैंसोड़ा (जोगीमढ़ी) में गुलदार के हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई। ग्रामीणों ने गांव से करीब दो सौ मीटर दूर शव बरामद किया। सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची है।

By Raksha PanthriEdited By: Publish:Tue, 22 Jun 2021 11:27 AM (IST) Updated:Tue, 22 Jun 2021 09:04 PM (IST)
पौड़ी: भैंसोड़ा में गुलदार ने युवक पर किया हमला, झाड़ियों में मिला शव
प्रखंड वीरोंखाल के अंतर्गत ग्राम माला (भैंसोड़ा) में ग्रामीणों से घटना के संबंध में जानकारी लेते अधिकारी।

संवाद सूत्र, वीरोंखाल। मंगलवार सुबह वीरोंखाल ब्लाक के ग्राम माला (भैंसोड़ा) में गुलदार ने खेत में शौच को गए एक व्यक्ति को मार डाला। घटना के बाद से गांव में दहशत का माहौल है। ग्रामीण वन महकमे से गुलदार को आदमखोर घोषित कर शिकारी तैनात करने की मांग कर रहे हैं। वन महकमे की ओर से घटना के बाद गांव में सशस्त्र वनकर्मियों को तैनात कर दिया गया है।

घटना मंगलवार सुबह करीब सात बजे की है। ग्राम माला (भैंसोड़ा) निवासी दिनेश चंद्र (38 वर्ष) पुत्र रामलाल गांव से कुछ दूर खेतों में शौच के लिए गया था। शौच के दौरान ही अचानक उस पर गुलदार ने हमला कर दिया। गुलदार दिनेश को घसीटते हुए करीब साठ मीटर दूर झाड़ि‍यों में ले गया। इधर, दिनेश के काफी देर तक वापस न लौटने पर स्वजन को उसकी चिंता सताने लगी। स्वजन ने अन्य ग्रामीणों के साथ मिलकर उसकी तलाश शुरू कर दी। करीब एक घंटे तक इधर-उधर तलाशने के बाद ग्रामीण खेत पर पहुंचे, जहां उन्हें खेत के किनारे खून पड़ा नजर आया। थोड़ी दूरी पर ही दिनेश के चप्पल पड़े हुए थे। कुछ ही दूर झाड़ि‍यों में दिनेश का अधखाया शव बरामद हो गया। ग्राम प्रधान सुरेंद्र ढौंढियाल ने इस बाबत गढ़वाल वन प्रभाग की थलीसैंण रेंज कार्यालय में सूचना दी। सूचना मिलते ही रेंज अधिकारी अनिल रावत मय फोर्स मौके पर पहुंच गए। साथ ही तहसीलदार राजेंद्र प्रसाद ममगाईं व थलीसैंण थाने से उपनिरीक्षक बबलू चौहान भी मौके पर पहुंच गए। बाद में शव का बैजरो स्वास्थ्य केंद्र में पोस्टमार्टम कराया गया।

वन कर्मियों ने झेला ग्रामीणों का आक्रोश

गुलदार के हमले की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम को ग्रामीणों का आक्रोश झेलना पड़ा। ग्रामीणों का कहना था कि क्षेत्र में पिछले कई दिन से गुलदार नजर आ रहा है। उनकी ओर से इस संबंध में वन विभाग को भी सूचित किया गया था, लेकिन विभाग ने कोई ध्यान नहीं दिया। ग्रामीणों ने शिकारी की तैनाती न होने तक शव को मौके से न उठने देने की बात कही। हालांकि, तहसीलदार राजेंद्र ममगाईं व रेंजर अनिल रावत के समझाने पर ग्रामीणों ने शव उठने दिया। रेंजर अनिल रावत ने बताया कि वन विभाग की ओर से पीड़ि‍त परिवार को पचास हजार की तात्कालिक सहायता दी गई है। साथ ही गांव में सशस्त्र वन कर्मियों की तैनाती कर दी गई है। बताया कि बुधवार को गांव में पिंजरा लगा दिया जाएगा।

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