जागी उम्मीद, तीरंदाजी से भेदेंगे लक्ष्य

यदि सब कुछ योजना के अनुरूप हुआ तो वह दिन दूर नहीं जब कोटद्वार से कई तीरंदाज निकलेंगे।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Jan 2021 03:00 AM (IST) Updated:Wed, 20 Jan 2021 03:00 AM (IST)
जागी उम्मीद, तीरंदाजी से भेदेंगे लक्ष्य
जागी उम्मीद, तीरंदाजी से भेदेंगे लक्ष्य

रोहित लखेड़ा, कोटद्वार: यदि सब कुछ योजना के अनुरूप हुआ तो वह दिन दूर नहीं जब कोटद्वार के युवा तीरंदाजी के क्षेत्र में देश-विदेश में परचम लहराएंगे। दरअसल, शासन ने कोटद्वार के राजकीय स्पो‌र्ट्स स्टेडियम में पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्तर के तीरंदाज को बतौर प्रशिक्षक तैनाती दी है।

करीब छह वर्ष पूर्व तक कोटद्वार के राजकीय स्पो‌र्ट्स स्टेडियम के मुक्केबाज राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में दमखम दिखाते नजर आते थे। तत्कालीन बॉक्सिग कोच देवेंद्र चंद्र भट्ट के मार्गदर्शन में कई मुक्केबाजों ने देश-विदेश में पदक भी हासिल किए। वर्ष 2014 में बॉक्सिग कोच की सेवानिवृत्ति के बाद स्टेडियम की बॉक्सिग रिग के साथ ही स्टेडियम में भी सन्नाटा पसर गया। स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय तीरंदाज प्रशिक्षक संदीप डुकलान की तैनाती के बाद अब स्टेडियम के पुराने दिन लौटने की उम्मीदें बढ़ने लगी है। बीते वर्ष शासन ने संदीप को बतौर कोच स्टेडियम में तैनाती दी। इससे पूर्व संदीप प्रशिक्षण शुरू करते कोरोना संक्रमण ने स्टेडियम पर ताले डाल दिए। अब हालात सामान्य होने के बाद संदीप तीरंदाजी के लिए युवाओं को प्रशिक्षण देने में जुट गए हैं। शुरुआती चरण में क्षेत्र के नौ युवा तीरंदाजी का प्रशिक्षण ले रहे हैं। इन युवाओं को मार्च माह में देहरादून में आयोजित होने वाली राष्ट्रीय जूनियर तीरंदाजी प्रतियोगिता के लिए तैयार किया जा रहा है। संदीप बताते हैं कि प्रशिक्षण ले रहे इन युवाओं के पास स्वयं को साबित करने के लिए लंबा समय है। युवाओं की मेहनत ही उनका भविष्य तय करेगी। संसाधनों का टोटा, लक्ष्य पर निगाहें

भले ही स्पो‌र्ट्स स्टेडियम में संदीप ने तीरंदाजी का प्रशिक्षण शुरू कर दिया हो, लेकिन अभी तक शासन स्तर से उन्हें उपकरण मुहैया नहीं करवाए गए हैं। संदीप बताते हैं कि पिछले साल मार्च माह में उनकी ओर से धनुष, तीर लक्ष्य व स्टैंड सहित अन्य उपकरणों की मांग की गई थी, लेकिन कोरोना के चलते समान उपलब्ध नहीं हो पाया। बताया इस मर्तबा उन्होंने 15 धनुष, 15 लक्ष्य, 15 स्टैंड व दो सौ तीर सहित अन्य उपकरणों की मांग भेजी हुई है। बताया कि अप्रैल तक उन्हें उक्त उपकरण मिलने की संभावना है।

सेना में प्रशिक्षण दे चुके हैं संदीप

संदीप वर्ष 1999 में सेना में बतौर सिपाही भर्ती हुए थे। वर्ष 2006 में उन्होंने तीरंदाजी का प्रशिक्षण शुरू किया। संदीप राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का दमखम भी दिखा चुके हैं। कोच के रूप में वह वर्ष 2014 में ताइवान, 2016 में बीजिग सहित अन्य देशों में खिलाड़ियों को प्रशिक्षण भी दे चुके हैं। संदीप तीरंदाजी के कई खिताब भी अपने नाम कर चुके हैं।

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