सरकार की अनदेखी नहीं होगी बर्दाश्त
ठेका प्रथा समाप्त करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर सफाई कर्मचारियों का प्रदर्शन जारी रहा।
संवाद सहयोगी, कोटद्वार : ठेका प्रथा समाप्त करने सहित विभिन्न मांगों को लेकर सफाई कर्मचारियों का धरना नगर निगम परिसर में एक सप्ताह बाद भी जारी रहा। सफाई कर्मियों ने मांगें पूरी नहीं होने तक शहर का कूड़ा नहीं उठाने की चेतावनी दी है। कहा कि सफाई कर्मचारियों की अनदेखी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वहीं, कर्मचारियों की हड़ताल से शहर में सफाई व्यवस्था चरमरा गई है।
मंगलवार को उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ के बैनर तले सफाई कर्मी नगर निगम परिसर में एकत्रित हुए। संघ के अध्यक्ष शशि ने बताया कि सफाई कर्मचारियों की हड़ताल को एक सप्ताह हो चुका है, लेकिन उनकी मांगों को लेकर सरकार की ओर से अब तक कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं की गई। जब तक सरकार मांगों को लेकर गंभीरता नहीं दिखाती सफाई कर्मी हड़ताल जारी रखेंगे। वहीं, आम आदमी पार्टी ने भी निगम में पहुंचकर सफाई कर्मियों को अपना समर्थन दिया। आप प्रदेश प्रवक्ता अरविद वर्मा ने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौरान जनता की सेवा करने वाले सफाई कर्मचारियों की अनदेखी ठीक नहीं है। सरकार को जल्द ही कर्मचारियों की मांगों का निराकरण करना चाहिए। नहीं मानी प्रशासन की बात
प्रशासन की ओर से मांगों के संबंध में शासन को पत्र भेजने के आश्वासन के बाद भी सफाई कर्मियों ने हड़ताल खत्म न करने की बात कही। सोमवार देर शाम महापौर हेमलता नेगी, नगर आयुक्त पीएल शाह, उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा ने सफाई कर्मियों से वार्ता कर हड़ताल समाप्त करने का अनुरोध किया। साथ ही उन्हें आश्वस्त किया कि नगर निगम प्रशासन उनकी मांगों को लेकर शासन में प्रस्ताव भेजेगा। लेकिन, कर्मियों का कहना था कि प्रांतीय नेतृत्व की ओर से हड़ताल आहूत की गई है। ऐसे में हड़ताल को लेकर प्रांतीय नेतृत्व ही अंतिम निर्णय लेगा। बैठक में सीओ अनिल जोशी, सहायक नगर आयुक्त संजय कुमार, कोषाधिकारी निवेदिता बिष्ट, कोतवाल नरेंद्र सिंह बिष्ट, सफाई निरीक्षक सुनील कुमार मौजूद रहे।