माइक्रोबायोलाजी में एमडी की तीन सीटें मिली

जागरण संवाददाता श्रीनगर गढ़वाल मेडिकल कालेज को पीजी की सीटें मिलने का क्रम जारी है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 06 Oct 2021 06:50 PM (IST) Updated:Wed, 06 Oct 2021 06:50 PM (IST)
माइक्रोबायोलाजी में एमडी की तीन सीटें मिली
माइक्रोबायोलाजी में एमडी की तीन सीटें मिली

जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल:

मेडिकल कालेज को पीजी की सीटें मिलने का क्रम जारी है। बुधवार को मेडिकल कालेज के माइक्रोबायोलाजी विषय में पीजी एमडी की तीन सीटों की मंजूरी मिली है। इससे पूर्व एनएमसी से फिजियोलाजी में दो और फार्माकालाजी में दो सीटें आवंटित की जा चुकी थीं। एनाटमी में पीजी एमडी की चार सीटें पहले से स्वीकृत हैं। पीजी एमडी की अब तक कुल 11 सीटें स्वीकृत हो जाना मेडिकल कालेज के लिए एक विशिष्ट उपलब्धि भी मानी जा रही है।

मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रोफेसर डा. चंद्रमोहन सिंह रावत का कहना है कि दिसम्बर महीने से मार्च तक हुए निरीक्षण अब क्रमश: एनएमसी से घोषित किए जा रहे हैं। जिसमें अभी मेडिकल कालेज विभिन्न विषयों में एमडी और एमएस की और सीटें भी मिलने की प्रबल संभावना है। श्रीनगर मेडिकल कालेज में एमबीबीएस के बाद एमडी और एमएस पीजी कक्षाएं शुरू करवाने की अनुमति देने को लेकर नेशनल मेडिकल काउंसिल से बीते दिसम्बर से मार्च तक श्रीनगर मेडिकल कालेज का आकस्मिक निरीक्षण बराबर किया जाता रहा। श्रीनगर मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रोफेसर डा. चंद्रमोहन सिंह रावत ने 12 विभिन्न विषयों में एमडी और एमएस की कक्षाएं शुरू करवाने की अनुमति देने को लेकर एनएमसी में आवेदन किया था। जिस पर एनएमसी ने निरीक्षण करने के उपरांत अब क्रमवार निरीक्षण के रिजल्ट देने भी शुरू कर दिए हैं।

पीजी डिप्लोमा की 18 सीटें

वर्ष 2020-21 मेडिकल एकेडमिक को लेकर श्रीनगर मेडिकल कालेज के लिए बेहद उपलब्धियों भरा रहा है। एमडी एमएस की सीटें मिलने से पूर्व प्राचार्य प्रोफेसर डा. चंद्रमोहन सिंह रावत के विशेष प्रयासों से श्रीनगर मेडिकल कालेज को पीजी डिप्लोमा की कुल 18 सीटें भी आवंटित हो चुकी हैं। जिनमें अब प्रवेश नीट परीक्षा के माध्यम से होने जा रहा है। जिसकी आजकल काउंसिलिग प्रक्रिया चल रही है। एनेस्थीसिया में छह, ईएनटी और गायिनी में दो-दो, नेत्र रोग और बाल रोग विभाग में चार-चार पीजी डिप्लोमा की सीटें प्राप्त हो चुकी हैं। एमबीबीएस के बाद पीजी डिप्लोमा का पाठ्यक्रम दो साल का होता है। मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रोफेसर डा.रावत को विश्वास है कि नीट से काउंसिलिग पूरी कर लेने के लगभग एक महीने के अंदर पीजी डिप्लोमा में प्रवेश शुरू हो जाएंगे।

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