मरीज के भावों को समझना भी चिकित्सक के लिए जरूरी : डा. रावत

कोविड रोगियों के प्रभावी इलाज और देखभाल को लेकर श्रीनगर मेडिकल कालेज के तत्वावधान में चार दिवसीय कोविड-19 मैनेजमेंट प्रशिक्षण कार्यशाला गुरुवार को संपन्न हो गई। समापन सत्र को संबोधित करते हुए श्रीनगर मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रोफेसर डा. चंद्रमोहन सिंह रावत ने कहा कि रोगी के बेहतर और प्रभावी इलाज को लेकर उसके मनोभावों के साथ सामंजस्य बैठाना भी एक चिकित्सक के लिए जरूरी रहता है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 10:19 PM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 10:19 PM (IST)
मरीज के भावों को समझना भी चिकित्सक के लिए जरूरी : डा. रावत
मरीज के भावों को समझना भी चिकित्सक के लिए जरूरी : डा. रावत

जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल : कोविड रोगियों के प्रभावी इलाज और देखभाल को लेकर श्रीनगर मेडिकल कालेज के तत्वावधान में चार दिवसीय कोविड-19 मैनेजमेंट प्रशिक्षण कार्यशाला गुरुवार को संपन्न हो गई। समापन सत्र को संबोधित करते हुए श्रीनगर मेडिकल कालेज के प्राचार्य प्रोफेसर डा. चंद्रमोहन सिंह रावत ने कहा कि रोगी के बेहतर और प्रभावी इलाज को लेकर उसके मनोभावों के साथ सामंजस्य बैठाना भी एक चिकित्सक के लिए जरूरी रहता है।

कम्युनिटी मेडिसन विशेषज्ञ प्रो. चंद्रमोहन सिंह रावत ने कहा कि एक श्रेष्ठ डाक्टर वही होता है जो रोगी की मनोदशा को भी सहजता से समझता है। श्रीनगर मेडिकल कालेज के एनेस्थीसिया, बाल रोग, मेडिसन, कम्युनिटी मेडिसन, फार्माकालाजी विभाग के वरिष्ठ चिकित्सकों ने भी बतौर प्रशिक्षक इस चार दिवसीय कार्यशाला में प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षुओं को हैंड्स आन ट्रेनिग और डेमोस्ट्रेशन के माध्यम से प्रयोगात्मक स्किल का भी प्रशिक्षण दिया गया। कार्यशाला के संयोजक और एनेस्थीसिया विभाग के अध्यक्ष प्रो. अजय विक्रम सिंह ने कहा कि हमें स्वयं के बचाव के साथ ही कोविड रोगी के उपचार को लेकर बेहतर प्रबंधन भी करना है। जिसके लिए उपलब्ध संसाधनों का समुचित और प्रभावी उपयोग भी जरूरी है। डा. अजय विक्रम ने कहा कि इसी को लेकर यह प्रशिक्षण कार्यशाला भी आयोजित की गई। कार्यशाला में पौड़ी, रुद्रप्रयाग, चमोली, टिहरी जिलों के दस चिकित्सक और सात नर्सिंग अधिकारियों ने प्रशिक्षण लिया।

कार्यशाला में पर बाल रोग विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर डा. ब्यास कुमार राठौर, डा. तृप्ति श्रीवास्तव, डा. नजीब, डा. अभिमन्यु द्वारा बच्चों में कोविड मैनेजमेंट संबंधी जानकारियां दी गई। डा. नवज्योति बोरा ने गर्भावस्था के दौरान मां और बच्चे की देखभाल को लेकर जानकारी दी। मेडिसन विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर डा. कलम सिंह बुटोला और डा. प्रिया ने भी डाक्टरों को प्रशिक्षण दिया।

इसके अलावा एनेस्थीसिया विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर डा. अजय विक्रम सिंह, डा. सुरेंद्र सिंह, डा. सतेंद्र, डा. वंदना, डा. वरुण और डा. मोनिका ने क्रिटिकल केयर और आइसीयू को लेकर प्रशिक्षण दिया। कम्युनिटी मेडिसन विभाग के डा. तुमुल नंदन, डा. मनीष भट्ट ने कोविड रोगी से सम्बन्धी गाइड लाइन को लेकर प्रशिक्षण दिया। एनाटामी विभाग के अध्यक्ष डा. अनिल द्विवेदी, डा. याशिक बंसल, डा. प्रियंका टम्टा ने भी प्रशिक्षुओं को जानकारियां दीं। बेस अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. केपी सिंह ने भी प्रशिक्षु डाक्टरों को संबोधित किया।

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