पहुंचे इंजीनियर, जल्द शुरू होगा प्लांट

बीस दिन के लंबे इंतजार के बाद आखिर आक्सीजन जेनरेशन प्लांट स्थापित करने वाले तकनीकि विशेषज्ञ पहुंच गए।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 09:21 PM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 09:21 PM (IST)
पहुंचे इंजीनियर, जल्द शुरू होगा प्लांट
पहुंचे इंजीनियर, जल्द शुरू होगा प्लांट

जागरण संवाददाता, कोटद्वार: बीस दिन के लंबे इंतजार के बाद आखिर आक्सीजन जेनरेशन प्लांट स्थापित करने वाले तकनीकि विशेषज्ञ पहुंच गए। संभावना जताई जा रही है कि अगले दो-तीन दिनों में प्लांट कार्य शुरू कर देगा। प्लांट शुरू होने के बाद कोटद्वार बेस चिकित्सालय में बना कोविड आइसीयू भी कार्य करने लगेगा।

कोटद्वार क्षेत्र में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। वर्तमान में पूरे दुगड्डा प्रखंड में कोरोना संक्रमण के 831 सक्रिय मामले हैं, जिनमें से 380 होम आइसोलेशन में हैं। बेस चिकित्सालय के कोविड वार्ड में आक्सीजन लाइन बिछाई गई है, लेकिन आक्सीजन की कोविड वार्ड से अधिक जरुरत मेडिकल व आकस्मिक वार्ड में पड़ रही है। दरअसल, चिकित्सालय में कोरोना संदिग्धों को कोविड वार्ड में भर्ती करने के बजाय मेडिकल व इमरजेंसी वार्ड में भर्ती किया जा रहा है। आक्सीजन की बात करें तो वर्तमान में चिकित्सालय में आक्सीजन के नब्बे जंबों सिलिंडर और अस्सी आक्सीजन कंसंट्रेटर हैं। जंबो सिलिंडर में से एक वक्त में पैंतीस-चालीस सिलिंडर ही प्रयोग में आते हैं, जबकि शेष सिलिंडरों को रिफिलिग के लिए हरिद्वार भेजा जाता है। चिकित्सालय से प्रतिदिन चालीस-पचास सिलिंडर रिफिलिग के लिए जाते हैं। आक्सीजन कंसंट्रेटर की बात करें तो सही तरीके से प्रयोग में न लाए जाने के कारण यह मशीनें भी आए दिन खराब हो रही हैं।

शोपीस बना था जेनरेशन प्लांट

बीते वर्ष कोरोना काल में भारत सरकार ने चिकित्सालय में आक्सीजन जेनरेशन प्लांट को मंजूरी प्रदान की। केंद्र की ओर से जारी अनुमति के बाद चिकित्सालय प्रशासन ने करीब बारह लाख की लागत से आक्सीजन जेनरेशन प्लांट के लिए कक्ष का निर्माण कर दिया। बीती 21 अप्रैल को जेनरेशन प्लांट चिकित्सालय में पहुंच गया। प्लांट आने के बीस-बीस बीतने को हैं, लेकिन आज तक इस प्लांट को स्थापित करने वाले तकनीकि विशेषज्ञ चिकित्सालय में नहीं पहुंचे थे।

यह हो रही परेशानी

जेनरेशन प्लांट स्थापित न होने के कारण कोविड वार्ड व आइसीयू वार्डों में बिछाई गई आक्सीजन पाइप लाइनें निष्प्रयोज्य पड़ी हैं। चिकित्सालय प्रशासन ने बीते वर्ष आक्सीजन सप्लाई यूनिट स्थापित की, जहां से कोविड व आइसीयू वार्ड में जंबो सिलिंडरों के जरिये आक्सीजन की आपूर्ति होनी थी। लेकिन, वर्तमान में कोविड वार्ड से अधिक मरीज मेडिकल व इमरजेंसी वार्ड में हैं। ऐसे में आक्सीजन की आपूर्ति लाइन के जरिये नहीं हो पा रही है। हालांकि, चिकित्सालय प्रशासन ने जेनरेशन प्लांट से वार्डों तक बिछी पाइप लाइन को आपस में जोड़ दिया है।

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आक्सीजन प्लांट स्थापित करने के लिए तकनीकि विशेषज्ञों की टीम कोटद्वार पहुंच गई है। दस अप्रैल तक आक्सीजन जेनरेशन प्लांट कार्य शुरू कर देगा।

..डॉ. मनोज शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, पौड़ी

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