चांदी की खनक से जीवन का सौदा

भले ही सरकारी सिस्टम वाहन चालकों को यातायात के नियमों का सख्ती से पालन करवाने के दावे कर रहा होलेकिन जमीनी हकीकत यह है कि मैक्स वाहन चालक खुलेआम यातायात नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। चंद पैसों के खातिर वाहन चालक सवारियों की जिदगी से खेल रहे हैं। शहर से पर्वतीय क्षेत्रों के लिए जाने वाले अधिकांश मैक्स वाहनों से क्षमता से अधिक सवारियां ले जाई जा रही हैं।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 11:04 PM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 11:04 PM (IST)
चांदी की खनक से जीवन का सौदा
चांदी की खनक से जीवन का सौदा

संवाद सहयोगी, कोटद्वार: भले ही सरकारी सिस्टम वाहन चालकों को यातायात के नियमों का सख्ती से पालन करवाने के दावे कर रहा हो,लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि मैक्स वाहन चालक खुलेआम यातायात नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। चंद पैसों के खातिर वाहन चालक सवारियों की जिदगी से खेल रहे हैं। शहर से पर्वतीय क्षेत्रों के लिए जाने वाले अधिकांश मैक्स वाहनों से क्षमता से अधिक सवारियां ले जाई जा रही हैं।

वर्ष 2018 में हुए धुमाकोट बस हादसे के बाद न्यायालय ने सरकार को पर्वतीय क्षेत्रों में ओवरलोडिग पर लगाम लगाने के निर्देश दिए थे। न्यायालय के निर्देश के बाद सरकार की ओर से पुलिस, प्रशासन व परिवहन विभाग को शासनादेश भी जारी किया गया था। कुछ माह तक सिस्टम ने टीम गठित कर क्षमता से अधिक सवारियां लेकर जाने वाले वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की। नतीजा, पर्वतीय क्षेत्रों में वाहन दुर्घटनाएं काफी हद तक काबू में आ गई थी, लेकिन अब समय के साथ सरकारी सिस्टम लापरवाह हो गया है। हालत यह है कि कोटद्वार शहर से जाने वाली अधिकांश मैक्स में क्षमता से अधिक सवारियां बैठाई जा रही हैं। ठूस-ठूस कर बैठाई जा रही सवारियों के कारण कई बार वाहनों के दरवाजे भी पूरी तरह बंद नहीं हो पाते। ऐसे में कब हादसा हो जाएं कुछ कहा नहीं जा सकता।

चलती मैक्स में बैठाते हैं सवारी

शहर में नजीबाबाद चौक स्थित मैक्स स्टैंड से निकलने के बाद भी मैक्स चालक सवारियां को चलते वाहन में बैठाते हैं। झंडाचौक, नजीबाबाद चौक, बदरीनाथ मार्ग में मैक्स वाहन चालकों की इस लापरवाही को देखते के बाद भी पुलिस कर्मी आंखे मूंद लेते हैं। हालत देखकर लगता है मानो पुलिस व वाहन चालकों को आमजन की जिदगी से कोई मतलब नहीं रह गया है।

केवल दोपहिया वाहनों पर नजर

पर्वतीय क्षेत्रों में सड़क हादसों को रोकने के लिए शासन की ओर से कोटद्वार में यातायात पुलिस का भी गठन किया गया है। बकायदा यातायात पुलिस को एक इंटरसेप्टर भी दी गई है, लेकिन यातायात पुलिस की इंटरसेप्टर केवल दोपहिया वाहनों पर ही नजर रखती है। जबकि, यातायात नियमों का सबसे अधिक उल्लंघन चार पहिया वाहन चालक उड़ा रहे हैं। ऐसे में यातायात पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं।

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पर्वतीय क्षेत्रों में क्षमता से अधिक सवारी लेकर जाने वाले वाहनों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। सोमवार रात भी एक मैक्स वाहन के खिलाफ कार्रवाई की गई। मैक्स वाहन चालकों को सख्ती निर्देश दिए हैं कि वह स्टैंड के अलावा शहर में कहीं भी सवारी न भरें। शिव कुमार, यातायात निरीक्षक, पौड़ी गढ़वाल

संदेश : 21 कोटपी 1

कोटद्वार में तहसील के समीप चलती मैक्स में सवारी बैठाता वाहन चालक

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