दैनिक कर्मियों को वन टाइम सेटलमेंट कर विनियमित करें
श्रीनगर मेडिकल कालेज में पिछले 11 साल से कार्यरत दैनिक कार्यरत कर्मचारियों ने प्रदर्शन किया।
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल:
श्रीनगर मेडिकल कालेज में पिछले 11 साल से कार्यरत दैनिक कर्मचारियों को अभी तक विनियमित कर समायोजित नहीं करने से परेशान कर्मचारियों में आक्रोश भी गहराता जा रहा है। दैनिक कर्मचारी संगठन ने प्रदेश के मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव और चिकित्सा शिक्षा के महानिदेशक से मांग करते कहा है कि उन्हें विनियोजित कर समायोजित करने के लिए वन टाइम सेटलमेंट के प्रस्ताव पर प्राथमिकता से कार्यवाही की जाए।
मेडिकल कालेज दैनिक कर्मचारी संगठन के अध्यक्ष शंभू प्रसाद भट्ट और दलवीर लाल, राजेश सेमवाल आदि ने इसी मांग को लेकर उपजिलाधिकारी श्रीनगर अजयवीर सिंह के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, मुख्य सचिव, चिकित्सा शिक्षा के महानिदेशक को ज्ञापन भी प्रेषित किए।
संगठन के अध्यक्ष शंभू प्रसाद भट्ट ने कहा कि दैनिक वेतन पर उन्हें कार्य करते हुए लगभग 11 साल से अधिक का समय हो चुका है, लेकिन अभी तक उन्हें विनियमित नहीं करने से अति अल्प वेतन लगभग 6600 रुपये में परिवार का लालन पालन करने में भी बड़ी आर्थिक समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। भट्ट ने कहा कि 2010 में जिस प्रकार हल्द्वानी मेडिकल कालेज का प्रांतीयकरण हुआ उसी तर्ज पर प्रदेश के पहले राजकीय मेडिकल कालेज श्रीनगर के सभी सेवारत दैनिक कर्मचारियों को शीघ्र विनियमित किया जाना चाहिए। दलवीर लाल, राजेश सेमवाल ने कहा कि मेडिकल कालेज के दैनिक कर्मचारियों को विनियमित करने को लेकर अभी तक कोरे आश्वासन ही मिलते रहे हैं। अब स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने उनकी पांच अक्टूबर को देहरादून में ली बैठक में श्रीनगर मेडिकल कालेज के नर्सिंग स्टाफ और लैब टेक्नीशियनों को वन टाइम सेटलमेंट के तहत नियमित करने का प्रस्ताव देने को विभाग से कहा था।