डागर, लोस्तु, कड़ाकोट क्षेत्र फल पट्टी बनेंगे

कीर्तिनगर ब्लाक के अंतर्गत डागर लोस्तु और कड़ाकोट पट्टी क्षेत्र के 60 से अधिक गांव आने वाले समय में विभिन्न प्रजाति के फलों के उत्पादन क्षेत्र के रूप में अपनी पहचान बनाने जा रहे हैं। इसके लिए इस पूरे क्षेत्र को उद्यान विभाग एक बड़ी फलपट्टी के रूप में विकसित करेगा

By JagranEdited By: Publish:Fri, 25 Sep 2020 04:27 PM (IST) Updated:Fri, 25 Sep 2020 04:27 PM (IST)
डागर, लोस्तु, कड़ाकोट क्षेत्र फल पट्टी बनेंगे
डागर, लोस्तु, कड़ाकोट क्षेत्र फल पट्टी बनेंगे

जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: कीर्तिनगर ब्लाक के अंतर्गत डागर, लोस्तु और कड़ाकोट पट्टी क्षेत्र के 60 से अधिक गांव आने वाले समय में विभिन्न प्रजाति के फलों के उत्पादन क्षेत्र के रूप में अपनी पहचान बनाने जा रहे हैं। इसके लिए इस पूरे क्षेत्र को उद्यान विभाग एक बड़ी फलपट्टी के रूप में विकसित करेगा।

क्षेत्रीय विधायक विनोद कंडारी की पहल पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने फलपट्टी विकसित करने की योजना को स्वीकृति देते हुए उद्यान विभाग के सचिव से इस संबंध में शीघ्र कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए। विधायक विनोद कंडारी ने कहा कि वह स्वयं दो-तीन दिन में उद्यान विभाग के अधिकारियों के साथ इन क्षेत्रों में पहुंचकर ग्रामीणों के साथ बैठक कर फलपट्टी विकसित करने की योजना को अमलीजामा पहनाएंगे।

कीर्तिनगर ब्लाक क्षेत्र के डागर, लोस्तु, कड़ाकोट पट्टी के 60 से अधिक गांवों में आने वाले समय में सेब, अखरोट, नींबू के साथ ही अन्य विभिन्न प्रजाति के फलों और अदरक की पैदावार भी लहलहाएगी। डागर पट्टी क्षेत्र अदरक के उत्पादन के लिए पहचान भी रखता है। लेकिन क्षेत्र के किसानों में आवश्यक तकनीकी जानकारियों का अभाव और सुविधाएं नहीं होने से डागर पट्टी का अदरक बाहुल्य क्षेत्र भी समस्याओं से ग्रस्त है। फलपट्टी योजना विकसित होने से डागर के अदरक उत्पादकों की समस्याओं का भी समाधान होगा। कीर्तिनगर ब्लाक के चौकी में मुख्यमंत्री ने ग्रोथ सेंटर को भी स्वीकृति दे दी है। 50 लाख रुपये की लागत से यह बनेगा। ग्रोथ सेंटर में कृषि वैज्ञानिकों के रहने से क्षेत्र के किसानों को फल सब्जी उत्पादन में बहुत तकनीकी सहायता भी मिलेगी। फलों और अदरक की बिक्री को लेकर भी समस्या नहीं होगी।

विनोद कंडारी, विधायक

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