प्लास्टिक पर लगे पूर्ण रूप से प्रतिबंध

जागरण संवाददाता, पौड़ी: राठ महाविद्यालय पैठाणी में विश्व महासागर दिवस पर आयोजित ऑनलाइन व्याख्यानमाला

By JagranEdited By: Publish:Tue, 08 Jun 2021 05:16 PM (IST) Updated:Tue, 08 Jun 2021 05:16 PM (IST)
प्लास्टिक पर लगे पूर्ण रूप से प्रतिबंध
प्लास्टिक पर लगे पूर्ण रूप से प्रतिबंध

जागरण संवाददाता, पौड़ी: राठ महाविद्यालय पैठाणी में विश्व महासागर दिवस पर आयोजित ऑनलाइन व्याख्यानमाला में प्लास्टिक पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाने की मांग की। व्याख्यानमाला में पैठाणी, गोपेश्वर और शोलापुर के छात्रों ने प्रतिभाग किया।

मंगलवार को आयोजित व्याख्यानमाला में राठ महाविद्यालय के प्राचार्य डा. जितेंद्र कुमार नेगी ने कहा कि रोज पूरे विश्व में महासागरों में करोड़ों टन प्लास्टिक जमा हो रहा है। इससे समुद्र का पारिस्थितिकीय तंत्र प्रभावित और जैव विविधता समाप्त हो रही है। कहा कि प्लास्टिक सैकड़ों वर्षाें में गलता है, और उसके बाद यह पूरी तरह समाप्त नहीं होता, बल्कि बहुत महीन हिस्से में टूट जाता है, फिर यह मछली के भोजन में शामिल हो जाता है और बाद में मानव के मछली खाने पर उसके शरीर में चला जाता है, जो कैंसर को जन्म देता है। उन्होंने कहा कि विश्व की 40 फीसदी आबादी समुद्र तट के 100 किलोमीटर दायरे में निवास करती है। भारत की 15 फीसद आबादी समद्र तट में निवास करती है। अरविद कुमार ने कहा इस दिवस को मनाने का प्रमुख कारण समुद्र के महत्व और उनकी वजह से आने वाली चुनौतियों के बारे में जागरूकता फैलाना है। कहा कि ग्लोबल वार्मिंग के कारण समुद्र का तापमान बढ़ रहा है और साइक्लोन लगातार आ रहे हैं। गोपेश्वर पीजी कॉलेज के डा. भाल चंद सिंह नेगी ने समुद्र में बढ़ते प्रदूषण के लिए मानव की गतिविधि को जिम्मेदार माना। शोलापुर से डा. संभाजी बनसोदे ने कहा कि हमें विश्व के 71 प्रतिशत क्षेत्र के बारे में गंभीर होना होगा। इस मौके पर डा. राजीव दुबे, डा. गोपेश सिंह आदि ने भी विचार व्यक्त किए।

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