बाघ के घर में होगा पक्षियों का दीदार
अजय खंतवाल, कोटद्वार: जिन रास्तों में बाघ टहलते नजर आते हैं, उन राहों में पक्षी प्रेमी प्रवासी-अप्रव
अजय खंतवाल, कोटद्वार: जिन रास्तों में बाघ टहलते नजर आते हैं, उन राहों में पक्षी प्रेमी प्रवासी-अप्रवासी पक्षियों का दीदार करते नजर आएंगे। जी हां, 19 फरवरी से कार्बेट टाइगर रिजर्व के अंतर्गत कालागढ़ टाइगर रिजर्व में तीन दिवसीय स्प्रिंग बर्ड फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। करीब दो वर्ष के लंबे इंतजार के बाद वन महकमा पौड़ी जनपद के कोटद्वार क्षेत्र में बर्ड फेस्टिवल आयोजित करने जा रहा है।
कालागढ़ टाइगर रिजर्व की जनपद पौड़ी के रिखणीखाल प्रखंड के अंतर्गत पड़ने वाले हल्दूपड़ाव, लोहाचौड़, कांडा क्षेत्रों में देश-विदेश से पर्यटक बाघ का दीदार करने पहुंचते हैं। लेकिन, आगामी 19 फरवरी से पर्यटक इस क्षेत्र में पक्षियों का भी दीदार करेंगे। दिसंबर 2018 में वन महकमे ने कार्बेट टाइगर रिजर्व व राजाजी नेशनल पार्क के मध्य अवस्थित लैंसडौन वन प्रभाग में स्प्रिंग वर्ड फेस्टिवल का आयोजन किया था। तीन-दिवसीय बर्ड फेस्टिवल में देश के अलग-अलग हिस्सों से पहुंचे ढाई सौ अधिक पक्षी प्रेमियों ने शिरकत की। इस बर्ड फेस्टिवल के उपरांत सरकार ने कोटद्वार में बर्ड ग्रोथ सेंटर स्थापित करने की घोषणा कर दी। हालांकि, आज तक न तो घोषणा धरातल पर उतर पाई और न ही सरकार ने कोटद्वार में पुन: बर्ड फेस्टिवल आयोजित करने की जरूरत महसूस नहीं की। दो वर्ष बाद वन महकमे ने पुन: इस क्षेत्र की सुध ली है। इस मर्तबा बर्ड फेस्टिवल का आयोजन कालागढ़ टाइगर रिजर्व फारेस्ट के अंतर्गत रथुवाढाब में किया जा रहा है।
क्षेत्र में मौजूद पक्षियों का संसार
कोटद्वार व आसपास के जंगलों में बारटेल्ड ट्री क्रीपर, डॉलर बर्ड, ब्राउन फिश आउल, ब्लैक कैप्ड किगफिशर, बार विग्ड फ्लाई कैचर श्राइक, ब्लैक स्ट्रोक, रूफस जॉर्जेट फ्लाईकैचर, लिनिएटेड बारबेट, ग्रीन टेल सनवर्ड, लिटिल फ्रॉकटेल, ग्रेट हार्नबिल्स, वॉल क्रीपर, मलार्ड, मरगेंजर, इंडियन ईगल आउल, स्नोई ब्राड फ्लाईकेचर, ब्लू कैप्ड रेड स्टार्ट, रेड ब्रेस्टेड पैराकिट, मरून ओरियल, पिन टेल पिजन, एमरैल्ड डव, ग्रेट स्लेटी वुडपैकर, पलाश ईगल, ग्रे-हेडेड फिश ईगल, लेसर फिश ईगल, स्टैप ईगल, टिसिया, नेपाल रेन बैबलर, लेमरगियर वल्चर सहित कई अन्य पक्षियों की प्रजातियां आसानी से देखी जा रही हैं।
ग्रामीणों को मिलेगा प्रशिक्षण
स्प्रिंग बर्ड फेस्टिवल के आयोजन का उद्देश्य ग्रामीणों को रोजगार से जोड़ने के साथ ही उन्हें पर्यावरण संरक्षण के लिए प्रेरित करना भी है। इसके लिए बर्ड फेस्टिवल के आयोजन से पूर्व ग्रामीण युवाओं को गाइड का प्रशिक्षण दिया जाएगा। कार्यशाला नौ फरवरी से रथुवाढ़ाब में आयोजित की जाएगी।
बर्ड टूरिज्म डेवलपमेंट योजना के तहत फेस्टिवल का आयोजन किया जाना है। प्रयास है कि क्षेत्र के विभिन्न गांवों के युवाओं को रोजगार मिले। साथ ही क्षेत्र को नई पहचान मिले।
..अखिलेश तिवारी, प्रभागीय वनाधिकारी, कालागढ़ टाइगर रिजर्व फारेस्ट क्षेत्र में पक्षियों का बड़ा संसार मौजूद है, लेकिन आज तक इसे पर्यटन से जोड़ने की पहल नहीं की गई। वन महकमे ने क्षेत्र में बर्ड टूरिज्म विकसित करने की तैयारी की है, जो क्षेत्र के विकास में अहम साबित होगा। ..राजीव बिष्ट, पक्षी जानकार, कोटद्वार