बदरीनाथ हाईवे भूस्खलन के कारण चमधार में बंद
फरासू और चमधार के बीच पहाड़ी से बार-बार भारी मात्रा में मलबा आने से मार्ग बंद हो गया है।
जागरण संवाददाता, श्रीनगर गढ़वाल: फरासू और चमधार के बीच पहाड़ी से बार-बार भारी मात्रा में हो रहे भूस्खलन से गुरुवार को बदरीनाथ नेशनल हाइवे पर वाहनों की आवाजाही ठप हो गई। छोटे वाहनों को स्वीत गहड़ भटोली से चमधार को और अन्य वाहनों को श्रीनगर की पौड़ी चुंगी से खिर्सू खेड़ाखाल खांकरा से भेजा जा रहा है। माल से लदे ट्रक एनएच पर ही खड़े हैं।
गुरुवार सुबह लगभग पांच बजे चमधार के पास मलबा आने से बदरीनाथ हाईवे बंद हो गया। दो जेसीबी मशीन और एक पोकलैंड मशीन वहां पर मलबा हटाने को लगी हुई है। लोनिवि एनएच डिवीजन के वरिष्ठ सहायक अभियंता राजीव शर्मा ने कहा कि पहाड़ी से लगातार बोल्डर मिट्टी गिरने के कारण मलबा हटाने का कार्य सुचारु रूप से नहीं चल पा रहा है।
चमधार के पास लगातार पहाड़ी से हो रहे भूस्खलन के कारणों की जांच करवाने को लेकर लोनिवि एनएच डिवीजन की ओर से जिलाधिकारी को पत्र भेजकर अनुरोध किया गया है कि वाडिया इंस्टीट्यूट, जीएसआइ और लोनिवि के जियोलॉजिस्ट की टीम बनाकर इस नए भूस्खलन क्षेत्र की सर्वे रिपोर्ट ली जाए, जिससे भूस्खलन के सही कारणों का पता लग सकेगा। लोनिवि एनएच डिवीजन के वरिष्ठ सहायक अभियंता राजीव शर्मा का कहना है कि रेल सुरंग निर्माण को लेकर संबंधित ठेकेदार की ओर से इस क्षेत्र में की जा रही बड़ी ब्लास्टिग के कारण लगातार भूस्खलन हो रहा है। बड़ी ब्लास्टिग के कारण पहाड़ी का मैटीरियल लूज भी हो जाता है और वह थोड़ी सी बारिश में भूस्खलन का रूप ले लेता है। राजीव शर्मा का कहना है कि रेल सुरंग निर्माण के लिए ठेकेदार की ओर से टनल बोरिग मशीन का प्रयोग नहीं कर बड़ी ब्लास्टिग का सहारा लिया जा रहा है, जो गलत है। बताया कि वह 26 जुलाई को भी आरवीएनएल के चीफ प्रोजेक्ट ऑफिसर को पत्र लिखकर कह चुके हैं कि ठेकेदार मानकों का उल्लंघन कर रहा है।