श्रम विभाग के खिलाफ फूटा महिलाओं का गुस्सा
आवेदन के बाद भी योजनाओं का लाभ नहीं मिलने से आक्रोशित महिलाओं का श्रम विभाग के खिलाफ गुस्सा फूट पड़ा। महिलाओं ने जल्द योजनाओं का लाभ नहीं मिलने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
संवाद सहयोगी, कोटद्वार : आवेदन के बाद भी योजनाओं का लाभ नहीं मिलने से आक्रोशित महिलाओं का श्रम विभाग के खिलाफ गुस्सा फूट पड़ा। महिलाओं ने जल्द योजनाओं का लाभ नहीं मिलने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि कार्यालय के चक्कर काटने के बाद भी अधिकारी समस्याओं को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रहे।
मंगलवार को महिलाएं अपर कालाबड़ स्थित सहायक श्रम आयुक्त कार्यालय में पहुंची। आरोप है कि प्रदेश सरकार श्रम विभाग के माध्यम से श्रमिक परिवारों के लिए विभिन्न योजनाएं चलाने का दावा कर रही है, लेकिन कोटद्वार क्षेत्र के श्रमिकों को किसी भी योजना का लाभ नहीं मिल रहा। एक वर्ष पूर्व बेटी की शादी के लिए मदद के कागज जमा करने के बाद भी आज तक चेक नहीं दिया गया है।
श्रम विभाग से सिलाई सहित अन्य प्रशिक्षण लेने के बाद भी महिलाओं को पांच हजार रुपये मानदेय नहीं दिया गया है। कोरोना के प्रथम चरण में श्रम विभाग की ओर से श्रमिकों को दो हजार रुपये महीना व राशन किट बांटी गई थी। लेकिन, इस वर्ष श्रमिकों का कोई ध्यान नहीं रखा गया। स्थिति यह है कि श्रमिकों के समक्ष बच्चों की स्कूल फीस जमा करना भी मुश्किल हो गया है। आक्रोशित महिलाओं ने जल्द समस्या का निराकरण नहीं होने पर श्रम विभाग के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि श्रमिक परिवारों की अनदेखी किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इस मौके पर शिवांगी नारंग, मौ. इरशाद, गीता देवी, फरीम, शकुंतला देवी आदि मौजूद रहे।
संदेश : 22 कोटपी 3
कोटद्वार के सहायक श्रम आयुक्त कार्यालय में रोष व्यक्त करती महिलाएं। जागरण