लाल निशान से आगे नहीं बढ़ पाई कार्रवाई
संवाद सहयोगी कोटद्वार बीते वर्ष दिसंबर माह में नगर निगम ने अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया था।
संवाद सहयोगी, कोटद्वार : बीते वर्ष दिसंबर माह में नगर निगम ने अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया था। इस दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग पर कई अतिक्रमण हटाए गए। हालांकि, कुछ व्यक्ति नगर निगम की इस कार्रवाई के विरोध में न्यायालय पहुंचे और न्यायालय ने नगर निगम को उक्त व्यक्तियों का पक्ष सुनने के निर्देश दिए। वर्ष बीतने को है, लेकिन आज तक नगर निगम ने उक्त व्यक्तियों के पक्ष सुनने की कवायद पूरी नहीं की है। इधर, नगर की सड़कों पर एक बार फिर अतिक्रमण पसरने लगा है।
बीते वर्ष उच्च न्यायालय के निर्देश पर नगर निगम ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर 70 से अधिक अतिक्रमण को चिह्नित किया था। अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी करने के बाद निगम ने कुछ स्थानों पर अतिक्रमण हटाने की कवायद भी की। करीब सात दिन तक चले इस अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान निगम ने काफी अतिक्रमण हटा दिया। इससे पहले चिह्नित अतिक्रमण हटाया जाता, कुछ व्यक्ति न्यायालय पहुंचे गए। उनका आरोप था कि नगर निगम ने अतिक्रमण हटाने से पूर्व उनका पक्ष सुनने की जहमत नहीं उठाई। न्यायालय ने निगम को उक्त व्यक्तियों का पक्ष सुनने के निर्देश दिए। हालांकि, इस आदेश की आड़ में निगम ने वे अतिक्रमण भी नहीं हटाए, जो न्यायालय नहीं गए थे। इधर, अतिक्रमण आमजन के लिए नासूर बनता जा रहा है। शहर में सड़क किनारे बनी नालियों के किनारे दोपहिया वाहन खड़े करने तक की जगह नहीं है।
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यहां लगाए गए हैं लाल निशान
नगर निगम व प्रशासन की ओर से गोखले मार्ग, नजीबाबाद रोड, बदरीनाथ मार्ग, पटेल मार्ग में फैले 70 से अधिक स्थायी अतिक्रमण को चिह्नित किया था। निगम व प्रशासन ने इन अतिक्रमणकारियों को कई बार नोटिस भी जारी किए, लेकिन कई वर्ष बीतने के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है। अतिक्रमण के कारण संकरी हुई सड़कों पर हर समय दुर्घटनाओं का अंदेशा बना रहता है।
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कुछ व्यक्ति न्यायालय गए थे, जिनकी आपत्तियों पर सुनवाई की जा रही है। सुनवाई पूर्ण होने के बाद पुन: अतिक्रमण हटाने की कवायद शुरू की जाएगी। ..किशन सिंह नेगी, आयुक्त, कोटद्वार नगर निगम