बढ़ते कोरोना ने रोकी पर्यटकों की राह
जागरण संवाददाता, पौड़ी: पहाड़ों में खुशनुमा हो चला मौसम और पर्यटन स्थलों पर पसरा सन्नाटा। अप्रैल में
जागरण संवाददाता, पौड़ी: पहाड़ों में खुशनुमा हो चला मौसम और पर्यटन स्थलों पर पसरा सन्नाटा। अप्रैल में जो पर्यटन स्थल पर्यटकों की चहल-कदमी से गुलजार हुआ करते थे, वहां इन दिनों मायूसी छाई हुई है। फिलवक्त पर्यटन स्थल खिर्सू और कंडोलिया की जो तस्वीर देखने को मिल रही है वह यही बयां कर रही है।
गर्मियों का सीजन शुरू होते ही पर्यटन स्थल खिर्सू में भी पर्यटकों की आमद बढ़नी शुरू हो जाती थी। यहां आने वाले पर्यटक काफी संख्या में पर्यटन स्थल कंडोलिया का दीदार करने पहुंचते थे। इसी के मद्देनजर कंडोलिया में थीम पार्क भी सुसज्जित किया है तो उम्मीदें भी यही थी कि गर्मियों के इस मौसम में पर्यटक कंडोलिया पार्क का दीदार करने पहुंचते। ऐसा नहीं है, कोरोना संक्रमण की मार इन पर्यटक स्थलों पर भी पड़ी। आलम यह है कि पर्यटन स्थल कंडोलिया वीरान सा पड़ा है तो पर्यटन स्थल खिर्सू पर्यटकों की राह देख रहा है। होटल एसोसिएशन के सचिव अनूप देवरानी बताते हैं कि बीते वर्ष भी कोरोना संक्रमण के चलते होटल व्यवसायियों को काफी नुकसान हुआ। इस बार भी हालात जुदा नहीं है। कहा कि पर्यटकों के न आने और होटल व्यवसाय न चलने के कारण कई होटल स्वामियों को बैंकों का ऋण देना मुश्किल हो गया है। जिला पर्यटन अधिकारी केएस नेगी ने भी मानते हैं कि कोरोना संक्रमण के लिए चलते पर्यटन व्यवसाय काफी प्रभावित हुआ है। कहा कि कोरोना संक्रमण के बाद पर्यटकों की आमद से पर्यटन व्यवसाय फिर से उम्मीद जगाएगा।
कोरोना से मुक्ति दिलाने को सामूहिक प्रार्थना की
नई टिहरी : सनातन धर्म शक्तिपीठ दुर्गा मंदिर समिति नई टिहरी में 21वां हनुमान जन्मोत्सव मनाया गया। इस अवसर पर मंदिर में सुबह सामूहिक सुंदर कांड, हनुमान चालीसा का पाठ एवं झंडा पूजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
नगरवासियों ने मंदिर में पहुंचकर पूजा-अर्चना में प्रतिभाग किया। इस दौरान देश को जल्द कोरोना महामारी से मुक्ति दिलाने को सामूहिक प्रार्थना की गई। इस अवसर पर भक्तों ने मांग की है कि गो माता को राष्ट्रमाता घोषित किया जाए। मंदिर समिति के व्यवस्थापक राजेंद्र प्रसाद चमोली ने कहा कि समिति की ओर से हर साल हनुमान जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जाता है, जिसमें काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं, लेकिन इस बार कोविड-19 की गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस बार कलश यात्रा का आयोजन भी नहीं किया गया। कार्यक्रम समापन के बाद सभी को प्रसाद वितरित किया गया। इस मौके पर सीताराम भट्ट, धनेश सोनी, सूरत सिंह राणा, गंगा प्रसाद पांडेय आदि मौजूद थे।