पिथौरागढ़ जिले में पुलिया से फिसल कर नाले में बही महिला, 18 घंटे बाद भी कोई सुराग नहीं
पिथौरागढ़ जिले के धारचूला तहसील में आपदा प्रभावित क्षेत्र तल्ला दारमा के उमचिया गांव में एक महिला पुलिया से पैर फिसलने के कारण कर ऊफनाए नाले में गिरकर बह गई है। 18 घंटे के बाद भी महिला का पता नहीं चल सका है।
पिथौरागढ़, जागरण संवाददाता : पिथौरागढ़ जिले के धारचूला तहसील में आपदा प्रभावित क्षेत्र तल्ला दारमा के उमचिया गांव में एक महिला पुलिया से पैर फिसलने के कारण कर ऊफनाए नाले में गिरकर बह गई है। 18 घंटे के बाद भी महिला का पता नहीं चल सका है। उसकी खोजबीन के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया जा रहा है।
ग्राम सभा उमचिया के तीजम गांव निवासी जोज्ञानी देवी पत्नी सुंदर राम शनिवार की सायं तीजम से वतन गांव को जा रही थी। नाले में बनी अस्थाई पुलिया को पार करते समय पैर फिसल जाने से वह नाले में गिर कर बह गई। महिला मे नाले में बहते ही गांव के ग्रामीण महिला के बचाव के लिए पहुंचे । ऊफान पर आए नाले में ग्रामीणों ने खोज एवं बचाव का कार्य चलाया परंतु महिला का पता नहीं चल सका। यह क्षेत्र संचार विहीन है। विगत 107 दिनों से आपदा के चलते मार्ग बंद होने से अलग-थलग पड़ा है। जिसके चलते प्रशासन को समय से सूचना नहीं मिल सकी।
रविवार सुबह ग्रामीणों ने माध्यम से यह सूचना उपजिलाधिकारी धारचूला को दी गई। एसडीएम से तत्काल बचाव दल भेजने का अनुरोध किया गया। तहसील मुख्यालय से राजस्व एवं एसडीआरएफ की टीम भेज दी गई है। उमचिया तहसील मुख्यालय से लगभग 45 किमी की दूरी पर है। तवाघाट- सोबला मार्ग बंद होने से तवघाट से पैदल ही गांव पहुंचा जा सकता है। पांच दिन पूर्व जुम्मा गांव में भी एक बीस वर्षीय महिला पति के साथ अपने गांव जाते समय कूला गाड़ में बह गई थी। महिला का अभी तक पता नहीं चल सका है।