बेटी की बालिग बता शादी कराने के आरोप में महिला को भेजा जेल, दामाद व भाइयों पर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज

बेटी को बालिग बता कर युवक से शादी कर दी। बाद में कोर्ट के माध्यम से युवक और उसके दो भाइयों के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करा दिया। इधर पुलिस की जांच में उसकी बेटी नाबालिग निकली। पुलिस ने महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Mon, 21 Jun 2021 09:38 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jun 2021 09:38 AM (IST)
बेटी की बालिग बता शादी कराने के आरोप में महिला को भेजा जेल, दामाद व भाइयों पर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज
जब लड़की नाबालिग थी तो शादी संपन्न कराने वालों ने क्यों नहीं देखा।

जागरण संवाददाता, गदरपुर (ऊधमसिंह नगर) : महिला ने नाबालिग बेटी को बालिग बता कर युवक से शादी कर दी। बाद में कोर्ट के माध्यम से युवक और उसके दो भाइयों के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करा दिया। इधर, पुलिस की जांच में उसकी बेटी नाबालिग निकली। पुलिस ने नाबालिग की शादी के आरोप में महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया।

ग्राम नारायणपुर दोहरिया निवासी महिला ने पुलिस को सौंपी तहरीर में बताया कि उसकी नाबालिग पुत्री को महतोष निवासी गुरविंदर सिंह और उसके भाई सुखचैन ङ्क्षसह एवं मलकीत ङ्क्षसह ने बहला-फुसला लिया। सुनियोजित तरीके से शादी का षड्यंत्र रच कर गुरविंदर सिंह ने उसके साथ दुष्कर्म किया। गर्भपात भी करा दिया। पुलिस ने कार्रवाई नहीं की तो कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया। कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने चार मई को तीनों भाइयों के खिलाफ महिला ने बाल विवाह अधिनियम एवं पॉक्सो एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस ने बीती 11 जून को गुरविंदर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। रविवार को थानाध्यक्ष सतीश कापड़ी ने बताया कि मामले की उपनिरीक्षक गोल्डी ने जांच की। पता चला कि महिला ने अपनी नाबालिग पुत्री को बालिग बताकर शादी की थी। इस पर पुलिस ने बाल विवाह अधिनियम एवं पास्को एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस ने महिला को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

समारोह में शामिल सभी हैं गुनहगार

ग्रामीणों की मानें तो ग्राम नारायणपुर दोहरिया निवासी महिला ने अपनी नाबालिग बेटी को बालिग बता कर ग्राम महतोष निवासी युवक गुरविंदर पुत्र बलवंत सिंह के साथ 21 मार्च 2020 को शादी कर दी। शादी की सभी रस्में ग्राम बड़ीराई में संपन्न हुई। लॉकडाउन के चलते शादी में मात्र 25 लोग ही पहुंचे थे।

लोगों की मानें तो जिस जगह शादी हुई वहां दोनों पक्षों के माता-पिता और दूल्हा-दुल्हन के आधार कार्ड लिए जाते हैं। जिनका रिकॉर्ड बाकायदा रजिस्टर में रखा जाता है। जब लड़की नाबालिग थी तो शादी संपन्न कराने वालों ने क्यों नहीं देखा।

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