Kotabagh Landslide News : कोटाबाग में हुए भूस्खलन में दबी महिला, तीन मकान ध्वस्त

Kotabagh Landslide News नैनीताल जिले के कोटाबाग ब्लॉक के दूरस्थ गांव अमगढी के खैराड में रविवार को दिन में भूस्खलन हुआ। मलबे में तीन मकान दब गए। पति व बच्चों के साथ खाना खा रही एक महिला भी मलबे में दब गई।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Mon, 13 Sep 2021 08:13 AM (IST) Updated:Mon, 13 Sep 2021 08:13 AM (IST)
Kotabagh Landslide News : कोटाबाग में हुए भूस्खलन में दबी महिला, तीन मकान ध्वस्त
Kotabagh Landslide News : कोटाबाग में हुए भूस्खलन में दबी महिला, तीन मकान ध्वस्त

संवाद सूत्र, कालाढूंगी : Kotabagh Landslide News : नैनीताल जिले के कोटाबाग ब्लॉक के दूरस्थ गांव अमगढी के खैराड में रविवार को दिन में भूस्खलन हुआ। मलबे में तीन मकान दब गए। पति व बच्चों के साथ खाना खा रही एक महिला भी मलबे में दब गई। पैर टूटने के साथ ही वह गंभीर रूप से घायल हो गई। इस घटना से गांव में दहशत फैल गई। जान बचाने के लिए ग्रामीण सुरक्षित स्थानों की ओर भगाने लगे। घटना स्‍थल पर बचाओ- बचाओ की गुहार मची थी। वहीं सूचना के बाद भी प्रशासन के न पहुंचने से ग्रामीणों में रोष है।

एक माह से खैराड ग्राम सभा में हो रहे भूस्खलन को देखते हुए प्रशासन ने बीस परिवारों को इंटर कालेज में शिफ्ट कर दिया था। लेकिन ग्रामीण दिन में मवेशियों का चारा देने और खेती का काम करने जा रहे हैं। रविवार को भी ग्रामीण खेत में काम करने गए थे। तभी भूस्खलन हो गया। जिसे देख कर लोग दहशत में आ गए। इसी दौरान रमेश सिंह अपने तीन बच्चों व पत्नी नीमा देवी के साथ घर में खाना खा रहा था। मलबा आता देख सभी खाना छोड़ कर बाहर भगाने लगे। लेकिन नीमा मलबे में दब गई जिससे उसका पैर टूट गया। वह गंभीर रूप से घायल हो गई। उसे प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने रामनगर रेफर कर दिया है।

दूसरी ओर भूस्खलन में रमेश, दिवानी राम व चंदन राम के मकान भूस्खलन में दब गए। भूस्खलन का मंजर देखकर लोग दहशत में रोने लगे। प्रधान गंगा नैनवाल व प्रधान पति गणेश नैनवाल ने इसकी सूचना प्रशासन को दे दी है। प्रधानपति ने बताया कि सूचना के बाद भी प्रशासन की ओर से ग्रामीणों की मदद में कोई भी प्रशासनिक अधिकारी नही पहुंचा है।

घरों व खेतों को देखने पहुंचे ग्रामीण

लगातार हो रहे भूस्खलन के बाद भी ग्रामीण अपनी जान जोखिम में डालकर वापस खेतों व मवेशियों को देखने गांव पहुंच गए। भूस्खलन से प्रभावित हुए गणेश नैनवाल ने बताया कि ग्रामीण अपने खेतों की बोई फसल मक्का,धान, गडेरी, मड़ुवा , हल्दी व साग सब्जी की फसल पूरी तरह से मलबे में दब गई है। उन्होंने कहा कि इसी की बदौलत वह अपने परिवार का पालन पोषण कर रहे थे। अब क्या करेंगे इसी को लेकर वह काफी परेशान है।

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