बाछम गांव में करंट से महिला व घोड़े की मौत, बिजली का तार टूटने से हुआ हादसा
घोड़े को बचाने के चक्कर महिला भी करंट की चपेट में आ गई। महिला और उसके घोड़े की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद पुलिस प्रशासन व उर्जा निगम की टीम मौके को रवाना हो गई है।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : बाछम गांव में घोड़े को बचाने के चक्कर महिला भी करंट की चपेट में आ गई। महिला और उसके घोड़े की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद पुलिस, प्रशासन व उर्जा निगम की टीम मौके को रवाना हो गई है।
बुधवार सुबह कपकोट ब्लाक के दुर्गम बाछम गांव में अचानक बिजली का तार टूटने से रास्ते पर चल रहा घोड़ा उसकी चपेट में आ गया। अपने घोड़े को करंट की चपेट में देख लगभग 35 वर्षीय गीता देवी पत्नी तारा ङ्क्षसह निवासी मझुवा गांव ने उसे बचाने की कोशिश की। जल्दबाजी में बरती गई लापरवाही के कारण वह भी करंट की चपेट में आ गईं। हल्ला सुनकर गांव वाले भी मौके पर इकटठे हो गए। जब तक मुख्य लाइन से बिजली की आपूर्ति रोकी गई, तब तक दोनों ने दम तोड़ दिया था। मृतका बाछम गांव की सरपंच लीलावती देवी के भाई की पत्नी थी। घटना के बाद से पूरे गांव में शोक की लहर है। मृतका के तीन छोटे-छोटे बच्चे हैं।
सरपंच लीलावती देवी ने कहा कि बिजली का तार टूटने से हादसा हुआ। घटना के लिए पूरी तरह से ऊर्जा निगम जिम्मेदार है। मामले की जांच की जानी चाहिए। जागरूक नागरिक सच्जन लाल टम्टा ने घटना की सूचना उपजिलाधिकारी कपकोट प्रमोद कुमार को दी। एसडीएम ने रेगुलर पुलिस, राजस्व पुलिस, ऊर्जा निगम के कर्मचारियों को मौके पर भेज दिया है।
हादसे के शिकार को मिलता है चार लाख का मुआवजा
अगर कोई व्यक्ति ऊर्जा निगम की लापरवाही से हादसे का शिकार होता है तो निगम की ओर से उसे चार लाख का मुआवजा दिया जाता है। इसके अलावा जानवरों की मौत पर भी 25 हजार की मुआवजा राशि मिलती है।
एसडीएम कपकोट प्रमोद कुमार ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही टीम मौके पर भेज दी है। पूरे मामले की जांच की जाएगी उसके बाद ही आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। अधिशासी अभियंता भाष्करानंद ने बताया कि मामले की जानकारी के बाद अवर अभियंता को मौके पर भेज दिया है। सूचना मिली है कि बिजली का तार टूटने से हादसा हुआ है। जांच के बाद ही कुछ कह पाएंगे।
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