फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र के सहारे जमीन कब्जाने के मामले में दो सगे भाई गिरफ्तार

नैनीताल जिले के कोश्या कुटोली तहसील के सूदूर पंगूट गांव में जिंदा व्यक्ति को मृत दर्शा कर जमीन बेचने के मामले में थाना भवाली में मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने बुधलाकोट निवासी दो सगे भाइयों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sat, 10 Apr 2021 03:53 PM (IST) Updated:Sat, 10 Apr 2021 03:53 PM (IST)
फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र के सहारे जमीन कब्जाने के मामले में दो सगे भाई गिरफ्तार
फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र के सहारे जमीन कब्जाने के मामले में दो सगे भाई गिरफ्तार

गरमपानी, संवाद सहयोगी : नैनीताल जिले के कोश्या कुटोली तहसील के सूदूर पंगूट गांव में जिंदा व्यक्ति को मृत दर्शा कर जमीन बेचने के मामले में थाना भवाली में मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने बुधलाकोट निवासी दो सगे भाइयों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जांच अधिकारी ने दावा किया है कि मामले में कई और लोग गिरफ्तार किए जा सकते हैं।

तहसील कोश्या कुटोली के सुदूर पंगूट गांव निवासी हरि कृष्ण पुत्र लक्ष्मी दत्त ने संयुक्त मजिस्ट्रेट प्रतीक जैन तथा चौकी प्रभारी खैरना को शिकायती पत्र दे पैतृक भूमि को बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई थी । उसने बताया कि वह वर्तमान में कालाढूंगी तहसील के कमोला गांव में रहते हैं। उनकी पैतृक संपत्ति पंगूट गांव में भी है। बीते दिनों जब उन्होंने व्यक्तिगत कार्य के लिए जमीन के दस्तावेज निकाले तो अभिलेखों में उन्हें मृत दर्शाया गया था। साथ ही उनकी जमीन भी किसी और के नाम दर्शा दी गई। आनन-फानन में उन्होंने तहसील से कई अन्य और अभिलेख निकाले जिसमें भी उनके मृत होने की बात दर्शाई गई है। 

वहीं जमीन पर किसी और व्यक्ति का कब्जा होना दर्शाया गया। पंगूट मुख्य बाजार में स्थित जमीन पर जाकर देखा तो वहां पर किसी व्यक्ति ने पार्किंग का निर्माण कर डाला है। साथ ही कोई अन्य व्यक्ति जमीन पर अपना कब्जा बता रहा है। परेशान होकर बीते दिनो  हरि कृष्ण अपना जीवित प्रमाण पत्र लेकर तहसील पहुंचे। दर-दर भटकने के बाद हल्द्वानी कैंप कार्यालय में तत्‍कालीन एसएसपी सुनील कुमार मीणा से मुलाकात की। एसएसपी के निर्देश पर बीते नौ दिसंबर को भवाली कोतवाली में बुधलाकोट निवासी पदमा दत्त, यतीश चंद्र तथा कालाढूंगी निवासी कांति बल्लभ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया।  

मामले की जांच भवाली कोतवाली के एसआई विमल मिश्रा को सौंपी गई। मामले के खुलासे को जांच टीम ने पहले चरण में मुकदमा दर्ज कराने वाले हरि कृष्ण के बयान दर्ज कर किए। वहीं जमीन संबंधी महत्वपूर्ण अभिलेख भी तहसील से जुटाए। जांच में छह से ज्यादा फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाए जाने की भी पुष्टि हुई। खास बात यह रही कि वर्ष 2010 में ग्राम पंचायत कार्यालय से एक भी फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र जारी नहीं हुआ। 

जांच अधिकारी विमल मिश्रा का तबादला होने के बाद जांच  भवाली कोतवाली के एसएसआई प्रकाश सिंह मेहरा को सौपी गई। जांच तेज करने के साथ ही बुधलाकोट (बेतालघाट ब्लाक) निवासी दो सगे भाई पदमा दत्त व यतीश चंद्र पर शिकंजा कसने के साथ ही उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। जांच अधिकारी के अनुसार कई और लोग गिरफ्तारी की जद में आ सकते हैं प्रकाश सिंह मेहरा, जांच अधिकारी/ एसएसआई कोतवाली भवाली ने बताया कि मामला गंभीर है। दो सगे भाइयों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। कई और लोग गिरफ्तार किए जा सकते हैं। अहम दस्तावेज जुटाए जा रहे हैं।

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