हल्द्वानी में जंगली सुअर ने घर में घुसकर एक परिवार के तीन लोगों को किया घायल, दहशत में लोग

हल्द्वानी में मुखानी थाना क्षेत्र के लामाचौड़ व आस-पास के गांव में जंगली सूअरों का आतंक बना हुआ है। रविवार को घर में घुसे जंगली सुअर ने स्वजनों पर हमला कर दिया। हमले में घायल तीन लोगों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया ।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 10:41 AM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 10:41 AM (IST)
हल्द्वानी में जंगली सुअर ने घर में घुसकर एक परिवार के तीन लोगों को किया घायल, दहशत में लोग
हल्द्वानी में जंगली सुअर ने घर में घुसकर एक परिवार के तीन लोगों को किया घायल, दहशत में लोग

हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : हल्द्वानी में मुखानी थाना क्षेत्र के लामाचौड़ व आस-पास के गांव में जंगली सूअरों का आतंक बना हुआ है। रविवार को घर में घुसे जंगली सुअर ने स्वजनों पर हमला कर दिया। हमले में घायल तीन लोगों को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया । जिसमें से एक की हालत ज्यादा नाजुक बनी हुई है और उसे आईसीयू में भर्ती किया गया है। वहीं आबादी में जंगली सुअरों की आमद जारी है। जिससे स्थानीय लोग दहशत में जीवन गुजारने को मजबूर हैं।

कठघरिया के समीप स्थित बजनिया हल्दू गांव में रविवार की रात तीन जंगली सूअर पहुंच गए। सूअर की गुर्राहट सुनकर आसपास के लोग दहशत में आ गए। गांव की हेमा नेगी व कविता नेगी के घर के पास से जंगली सूअर गुजरे तो उन्होंने एक वीडियो भी बना लिया। वीडियो इंटरनेट मीडिया में वायरल हो रहा है। जबकि अक्सर गांव में जंगली सूअर पहुंचने से लोग पूरी रात जागने को मजबूर हैं। ग्राम प्रधान मनीष आर्य ने बताया कि रविवार तड़के सात बजे गांव में जंगली सूअर पहुंच गया था। जिसने घर में चाय पी रहे कई लोगों पर हमला कर दिया था। हमले में घायल तीन लोगों को हल्द्वानी के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिसमें से एक की हालत बहुत ही ज्यादा नाजुक है। जिसे आईसीयू में भर्ती किया गया है। मामले की सूचना वन क्षेत्राधिकारी केआर आर्य को दी गई।

ग्राम प्रधान ने बताया कि वन विभाग के अधिकारी सूचना के बाद गांव में पहुंचे और उन्होंने हमला करने वाले जंगली सूअर को मार गिराया है। वहीं रविवार की देर रात फिर से जंगली सूअर गांव में पहुंच गए तो लोगों की परेशानी बढ़ गई। ग्राम प्रधान ने मांग की है कि वन विभाग की ओर से तार बाड़ आदि की व्यवस्था की जाए। सोलर फेंसिंग की व्यवस्था यदि गांव में कर दी जाती है तो इससे स्थानीय लोगों को सुरक्षा मिलेगी। उन्होंने बताया कि कई बार गांव में गुलदार भी पहुंच जाते हैं। जिससे खेत में काम कर रही महिलाओं व बच्चों को सबसे ज्यादा खतरा बना हुआ है। इस संबंध में ग्रामीणों ने वन विभाग को पत्र भी लिखा है।

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