वेस्टर्न सर्किल ने खनन माफिया व तस्करों पर कार्रवाई कर जुर्माना वसूलने का बनाया रिकॉर्ड

उत्तराखंड वन विभाग के वेस्टर्न सर्किल ने खनन माफिया व तस्करों पर कार्रवाई कर जुर्माना वसूलने का रिकॉर्ड बनाया है। पिछले पांच साल में 26 करोड़ से अधिक रकम इन कार्रवाई से जुटाई गई है। कोरोना काल में भी तस्करों पर कार्रवाई का रिकॉर्ड बेहतर रहा।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 08:15 AM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 08:15 AM (IST)
वेस्टर्न सर्किल ने खनन माफिया व तस्करों पर कार्रवाई कर जुर्माना वसूलने का बनाया रिकॉर्ड
वेस्टर्न सर्किल ने खनन माफिया व तस्करों पर कार्रवाई कर जुर्माना वसूलने का बनाया रिकॉर्ड

हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : उत्तराखंड वन विभाग के वेस्टर्न सर्किल ने खनन माफिया व तस्करों पर कार्रवाई कर जुर्माना वसूलने का रिकॉर्ड बनाया है। पिछले पांच साल में 26 करोड़ से अधिक रकम इन कार्रवाई से जुटाई गई है। कोरोना काल में भी तस्करों पर कार्रवाई का रिकॉर्ड बेहतर रहा। इसके अलावा बड़ी संख्या में तस्कर भी गिरफ्तार किए गए। अब वन विभाग का फोकस उन वाहनों पर है जिन्हें तस्करी में लिप्त होने पर सीज किया गया था। लेकिन मालिक आज तक छुड़ाने नहीं आए। इन्हें राजकीय संपत्ति घोषित कर नीलाम किया जाएगा।

वेस्टर्न सर्किल के तहत रामनगर डिवीजन, हल्द्वानी डिवीजन, तराई केंद्रीय डिवीजन, तराई पश्चिमी डिवीजन व तराई पश्चिमी डिवीनज आते हैं। इन वन प्रभागों में गौला, नंधौर, कोसी, दाबका व शारदा जैसी बड़ी खनन नदियां आती है। इसके अलावा इमारती लकड़ी का कारोबार भी किया जाता है। यही वजह है कि तस्करों व खनन माफिया की सक्रियता भी बढ़ रही है। जिन पर कार्रवाई करने के लिए रेंज से लेकर एसओजी टीम भी बनाई गई है। बीते पांच साल में हुई कार्रवाई से 26 करोड़ जुर्माना मिला है।

कारोबार में भी टॉप पर वेस्टर्न सर्किल

तस्करी व अवैध खनन पर लगाम लगाकर राजस्व वसूलने में अव्वल वेस्टर्न सर्किल कारोबार के मामले में भी टॉप पर है। पिछले चार साल से लगातार यह सर्किल पूरे उत्तराखंड में पहले नंबर पर रहा। वित्तीय वर्ष 2020-21 में लकड़ी कटान व खनन करवाकर वेस्टर्न सर्किल ने 300 करोड़ से अधिक कमाए। हर साल सर्किल ने अपना पिछला रिकॉर्ड पछाड़ा है।

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