पिथौरागढ़ में पानी की परेशानी, 28 गांवों में घोड़े और मजदूरों से पहुंचाया जा रहा है पेयजल
जिले की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी आनंद स्वरूप ने बताया कि जिले में प्रथम चरण में चयनित 1524 गांवों में से 1412 गांवों की डीपीआर तैयार कर ली गई है। 1183 गांवों का कार्यादेश जारी कर दिया गया है। दूसरे चरण में 799 योजनाओं की डीपीआर बनाई जानी है।
जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़ : प्रदेश के पेयजल मंत्री विशन सिंह चुफाल ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये जल जीवन मिशन की समीक्षा की। उन्होंने इसे बेहद महत्वपूर्ण योजना बताते हुए कहा कि दिसंबर 2022 तक प्रत्येक घर तक नल पहुंचाना है।
पिथौरागढ़ जिले की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी आनंद स्वरूप ने बताया कि जिले में प्रथम चरण में चयनित 1524 गांवों में से 1412 गांवों की डीपीआर तैयार कर ली गई है। 1183 गांवों का कार्यादेश जारी कर दिया गया है। दूसरे चरण में 799 योजनाओं की डीपीआर बनाई जानी है। जिसमें से 50 की डीपीआर तैयार कर ली गई है। शेष जून माह तक तैयार कर ली जायेंगी। जिले के 1487 विद्यालयों में से 1456 विद्यालयों में पेयजल संयोजन दे दिए गए हैं। 1111 आंगनबाड़ी केंद्रों में से 1078 में जल संयोजन हो चुका है। जिले में वर्तमान में 28 गांव ऐसे हैं जहां घोड़े और मजदूरों से पानी पहुंचाया जा रहा है।
वीसी में पेयजल सचिव ने योजना के तहत तेजी से कार्य करने के निर्देश देते हुए कहा कि जल जीवन मिशन के तहत प्रत्येक गांव से दो-दो स्थानीय व्यक्तियों को कौशल विकास कार्यक्रम के तहत प्लंबर एवं इलेक्ट्रिशियन का कार्य प्रशिक्षण दिया जाना हैं। इसकी सूची एक सप्ताह के भीतर तैयार कर उपलब्ध कराई जाए। वीडियो कांफ्रेंसिंग में मुख्य विकास अधिकारी अनुराधा पाल, जिला विकास अधिकारी गोपाल गिरी सहित पेयजल महकमो के अधिकारी मौजूद थे।
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