पहली बार नैनीताल झील का पानी ओवरफ्लो हुआ, बोट हाउस क्लब का फ्लोर डूबा
नैनीताल में पहली बार झील का पानी ओवरफ्लो होकर माल रोड और हल्द्वानी की ओर आने वाली सड़क पर बह रहा है। बोट हाउस क्लब में भी पहली बार झील का पानी घुसा है। हल्द्वानी रोड पर दर्जनों परिवार घरों में कैद हो गए हैं।
नैनीताल, जागरण संवाददाता : नैनीताल में पहली बार झील का पानी ओवरफ्लो होकर माल रोड और हल्द्वानी की ओर आने वाली सड़क पर बह रहा है। बोट हाउस क्लब में भी पहली बार झील का पानी घुसा है। हल्द्वानी रोड पर दर्जनों परिवार घरों में कैद हो गए हैं। पानी के तेज बहाव में कई बाइक बह गई हैं। बताया जा रहा है कि झील के निकासी गेट से 18 इंच से अधिक पानी निकासी नहीं होने व तेज बारिश के कारण झील ओवरफ्लो हो गई है। जिससे प्रशासन व सिंचाई विभाग के अफसरों के सामने बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है। झील के ऑटोमेटिक गेट लगने से प्रशासन खूब वाहवाही बटोर रहा था कि इस बारिश ने उनके दावों पर पानी फेर दिया है।
पहली बार अक्टूबर में खुले निकासी गेट
यह पहली बार है कि झील का जलस्तर अक्टूबर माह में 12 फ़ीट के ऊपर पहुँचा है। सिंचाई विभाग के पास 1990 के बाद से झील के जलस्तर के आंकड़े मौजूद है। जिसमें कभी भी अक्टूबर माह में झील का जलस्तर 12 फ़ीट दर्ज नहीं किया गया। झील नियंत्रण कक्ष प्रभारी रमेश सिंह ने बताया कि 31 वर्षों में पहली बार अक्टूबर में झील के निकासी गेट खोले गए हैं। फिर भी झील का पानीओवर फ्लो हो रहा है।
झील के जलस्तर को ऐसे समझे
रमेश सिंह ने बताया कि झील की अधिकतम गहराई 27 मीटर है। झील के किनारे पर जलस्तर को मापने के लिए ब्रिटिश काल से ही गेज मीटर लगाए गए हैं। जिसमें 0-12 फीट तक ऊंचाई इंगित है। गेज मीटर में जब पानी शून्य से नीचे जाता है तो माइनस और ऊपर को प्लस में मापा जाता है। झील की गहराई के परिपेक्ष में 24.5 मीटर जलस्तर को सामान्य माना जाता है। जलस्तर 0 पहुंचने पर भी झील में 24.5 मीटर पानी बना रहता है।
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