कुसुमखेड़ा वालों को जलसंकट से नहीं मिल पा रहा निजात, बरसात से बढ़ा दी दिक्कत
कुसमखेड़ा व आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों को जलसंकट से निजात नहीं मिल पा रहा है।
हल्द्वानी, जेएनएन : कुसमखेड़ा व आसपास के इलाकों में रहने वाले लोगों को जलसंकट से निजात नहीं मिल पा रहा है। पेयजल योजनाओं के अंतिम छोर पर रहने वालों को जलसंकट से जूझते हुए करीब एक माह का समय बीत चुका है। रोजाना टैंकरों से पानी ढोने में क्षेत्रवासियों का पसीना छूट रहा है।
बरसात से गौला में सिल्ट आना शुरू होते ही जलसंस्थान के ट्रीटमेंट प्लांटों की फिल्टरेशन क्षमता प्रभावित हो गयी। इसका सबसे अधिक असर पेयजल योजनाओें के अंतिम छोर में बसे इलाकों में पड़ रहा है। एक माह से कुसुमखेड़ा के सत्या विहार, उत्कर्ष विहार, प्रवेश विहार, ओंकार सिटी, मधुबन कालोनी, देवाश्रय कालोनी, मां वैष्णवीकालोनी, कर्नाटक कालोनी व बाराही विहार, बिठोरिया नंबर एक की कोहली कालोनी, बैंक कालोनी, आकाश इन्क्लेव, कृष्णा विहार, गोविंद पुरम व सरस्वती विहार, दमुवाढूंगा के बेड़ीखत्ता, टिनशेड, जमरानी रोड की पेयजल व्यवस्था लड़खड़ायी हुई है।
लोग दिनभर जलसंस्थान के टैंकर की आस में टकटकी लगाए रहते हैं। टैंकर आने पर भी उन्हें सड़क से बाल्टियों में पानी ढोकर ले जाना पड़ रहा है। क्षेत्रवासियों ने जलसंस्थान से पेयजल संकट का स्थायी समाधान का रास्ता निकालकर आपूर्ति सुचारू करने की मांग की है।
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