आपदा में पेयजल लाइन टूटने से भवाली में पानी का संकट

तीन दिन पूर्व की अतिवृष्टि ने जहां सड़कें संपर्क मार्ग व खेत खलिहान तबाह कर ही दिए वहीं पेयजल लाइनों को भी काफी नुकसान पहुंचाया। जिससे नगर में कई स्थानों पर पेयजल संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Fri, 22 Oct 2021 10:40 PM (IST) Updated:Fri, 22 Oct 2021 10:40 PM (IST)
आपदा में पेयजल लाइन टूटने से भवाली में पानी का संकट
सूचना के बावजूद भी जल संस्थान की काहिली से स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है।

संवाद सहयोगी, भवाली : नगरवासी जहां तीन दिन पूर्व तक जहां अतिवृष्टि से परेशान रहे, वहीं अब बारिश थमने के बाद पेयजल संकट से परेशान हो उठे हैं। आपदा में अधिकांश पेयजल लाइनें टूटने से लोगों के घरों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। इधर तीन दिन बाद भी जल संस्थान क्षतिग्रस्त लाइनों को दुरुस्त नहीं करा पाया है।

तीन दिन पूर्व की अतिवृष्टि ने जहां सड़कें, संपर्क मार्ग व खेत खलिहान तबाह कर ही दिए, वहीं पेयजल लाइनों को भी काफी नुकसान पहुंचाया। जिससे नगर में कई स्थानों पर पेयजल संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई है। पैदल मार्ग टूटने से लोगों को प्राकृतिक जलस्रोतों से पानी लाने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।  नगर के भौनियाधार वार्ड में बीते तीन दिनों से पानी नहीं आया है। जिससे लोग पानी की बूंद को मोहताज हो गए हैं। यही हाल रेहड़ वार्ड का भी है। पेयजल लाइन टूटने से वार्ड के अधिकतर घरों में जलापूर्ति ठप है। गांधी कालोनी, मल्ली बाजार व कहलक्वीरा वार्ड का भी यही हाल है। सूचना के बावजूद भी जल संस्थान की काहिली से स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है। 

यहां भौनियाधार के वार्ड मेंबर मुकेश कुमार ने बताया कि वार्ड में तीन दिनों से पानी नही आया है। जल संस्थान के अधिकारियों को सूचित करने के बावजूद पेयजल लाइन दुरुस्त कराने की कोई पहल नहीं हुई। इधर अपर सहायक अभियंता हरीश द्विवेदी ने बताया कि क्षतिग्रस्त लाइनों को ठीक करने का कार्य जारी है। लाइट न होने की वजह थोड़ी समस्या आ रही है। फिलहाल टैंकरों की मदद से पानी दिया जा रहा। शुक्रवार रात तक नगर के 80 प्रतिशत घरों तक पानी पहुंच जाएगा।

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