कॉर्बेट में जिप्सी के रोटेशन सिस्टम के समर्थन व विरोध से बचने के लिए कराई जाएगी वोटिंग

जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में पर्यटकों को सफारी कराने वाली जिप्सियों के रोटेशन सिस्टम के लिए विभाग ने नई पहल की है। रोटेशन सिस्टम के समर्थन व विरोध को लेकर विभाग ने विवाद से बचने के लिए अब बीच का रास्ता निकाला है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 08:55 AM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 08:55 AM (IST)
कॉर्बेट में जिप्सी के रोटेशन सिस्टम के समर्थन व विरोध से बचने के लिए कराई जाएगी वोटिंग
कॉर्बेट में जिप्सी के रोटेशन सिस्टम के समर्थन व विरोध से बचने के लिए कराई जाएगी वोटिंग

संवाददाता, रामनगर : जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में पर्यटकों को सफारी कराने वाली जिप्सियों के रोटेशन सिस्टम के लिए विभाग ने नई पहल की है। रोटेशन सिस्टम के समर्थन व विरोध को लेकर विभाग ने विवाद से बचने के लिए अब बीच का रास्ता निकाला है। विभाग रोटेशन सिस्टम के लिए चार अगस्त को जिप्सी स्वामियों से वोट डलवाएगा।

कॉर्बेट पार्क में वर्तमान में करीब तीन सौ जिप्सियां पंजीकृत है। काफी समय से रोटेशन सिस्टम के तहत ही जिप्सियां चलाने की मांग उठ रही है। उनका कहना है कि इससे सभी पंजीकृत जिप्सी मालिकों को समान रूप से रोजगार मिल सकेगा। वहीं कुछ जिप्सी मालिक ऐसे हैं, जो रोटेशन सिस्टम का विरोध कर रहे हैं। ऐसे में रोटेशन सिस्टम से जिप्सी चलाने या न चलाने के लिए कॉर्बेट के अधिकारियों ने वोटिंग करने का निर्णय लिया है। इस संबंध में अधिकारियों ने आदेश भी जारी कर दिया है। पुलिस व प्रशासन को भी इस निर्णय की जानकारी दी गई है।

कॉर्बेट के विभागीय अधिकारियों ने बताया कि चार अगस्त को जिप्सी स्वामी एक जिप्सी एक मत के सिद्धांत पर मतदान करेंगे। बहुमत के आधार पर रोटेशन सिस्टम लागू किया जाएगा। कॉर्बेट के जिप्सी यूनियन समिति के पूर्व अध्यक्ष व विधायक प्रतिनिधि मदन जोशी ने बताया कि रोटेशन नहीं हुआ तो जिप्सियां कॉर्बेट में बढ़ती रहेंगी। रोटेशन के बाद कॉर्बेट की बढ़ती संख्या पर रोक लगाई जाएगी। कॉर्बेट में जरूरत पडऩे पर जिप्सी बढ़ाने का निर्णय भी जिप्सी मालिक ही करेंगे।

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