टैगोर टॉप में बनेगा विश्वभारती विश्वविद्यालय परिसर, निशंक ने वर्चुअल रैली में की घोषणा

नैनीताल जिले के रामगढ़ क्षेत्र स्थित टैगोर टॉप में विश्वभारती विश्वविद्यालय शांतिनिकेतन पश्चिम बंगाल का परिसर बनेगा। यह परिसर कुमाऊं के लिए बड़ी उपलब्धि होगी।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Tue, 07 Jul 2020 08:18 PM (IST) Updated:Wed, 08 Jul 2020 09:33 AM (IST)
टैगोर टॉप में बनेगा विश्वभारती विश्वविद्यालय परिसर, निशंक ने वर्चुअल रैली में की घोषणा
टैगोर टॉप में बनेगा विश्वभारती विश्वविद्यालय परिसर, निशंक ने वर्चुअल रैली में की घोषणा

हल्द्वानी, गणेश जोशी : नैनीताल जिले के रामगढ़ क्षेत्र स्थित टैगोर टॉप में विश्वभारती विश्वविद्यालय शांतिनिकेतन पश्चिम बंगाल का परिसर बनेगा। यह परिसर कुमाऊं के लिए बड़ी उपलब्धि होगी। इसमें कुमाऊं भर के छात्र-छात्राओं के साथ ही दुनिया भर के विद्यार्थी अध्ययन कर सकेंगे। मंगलवार को रामनगर विधानसभा क्षेत्र की वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुए मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक यह घोषणा की।

उन्होंने कहा कि एशिया में साहित्य के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार हासिल करने वाले प्रथम व्यक्ति रबींद्रनाथ टैगोर ने रामगढ़ के टैगोर टॉप क्षेत्र में विश्वप्रसिद्ध कृति गीतांजलि की रचना की थी। उनका सपना भी था कि इस विश्वविद्यालय को रामगढ़ में खोला जाए, लेकिन अब उनकी सरकार ने रामगढ़ में विश्वभारती विश्वविद्यालय के परिसर को स्वीकृति दे दी है। केंद्रीय विश्वविद्यालय के इस परिसर से कुमाऊं भर के छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। यह परिसर क्षेत्र के लिए बहुत बड़ा आधार होगा। इससे कुमाऊं क्षेत्र में लाभ मिलेगा। रोजगार के साथ ही पर्यटन की संभावनाएं बढ़ जाएंगी। इसके लिए वह सांसद अजय भट्ट का भी आभार जताने चाहते हैं।

टैगोर ने अंग्रेज मित्र से खरीदी थी भूमि

रामगढ़ में टैगोर ने अपने अंग्रेज मित्र डेरियाज से 40 एकड़ की भूमि खरीदी थी। वह कई बार वहां पहुंचे और 1901 में गीतांजलि के कुछ अंश लिखे। इस जगह को उन्होंने हिमंती गार्डन नाम दिया था।

विश्वभारती विवि की कार्यपरिषद में सहमति

विश्वभारती विश्वविद्यालय शांतिनिकेतन ने 10 जून को हुई कार्यपरिषद में रामगढ़ में परिसर बनाए जाने के लिए सहमति दे दी है। इसके बाद प्रस्ताव मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार को भेज दिया गया था। यह विवि का पहला परिसर होगा।

जागरण ने भी मुद्दे का प्रमुखता से उठाया

दैनिक जागरण ने सात मई, 2020 को रबींद्रनाथ टैगोर के जन्मदिवस पर प्रमुखता से छापा था कि टैगोर रामगढ़ में विश्वविद्यालय की स्थापना करना चाहते थे। साथ ही इस मामले में मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक से उम्मीद जगने के बारे में उल्लेख किया था। शांतिनिकेतन ट्रस्ट फॉर हिमालयाज के योगदान का भी जिक्र किया था।

यह भी पढ़ें 

निशंक बोले, कोई सोच भी नहीं सकता था कि 33 करोड़ लोग घर रहकर पढ़ सकेंगे  

chat bot
आपका साथी