चम्पावत में 27 सड़कों पर आया मलबा, जिला मुख्यालय से कटा गांवों का संपर्क

पिछले चार दिनों से हो रही बारिश के कारण जिले में दैवीय आपदा की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। सड़कों पर मलबा आने के साथ उपजाऊ जमीन कटने और आवासीय मकानों के क्षतिग्रस्त होने का सिलसिला जारी है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Fri, 18 Jun 2021 02:27 PM (IST) Updated:Fri, 18 Jun 2021 05:45 PM (IST)
चम्पावत में 27 सड़कों पर आया मलबा, जिला मुख्यालय से कटा गांवों का संपर्क
चम्पावत में 27 सड़कों पर आया मलबा, जिला मुख्यालय से कटा गांवों का संपर्क

चम्पावत, जागरण संवाददाता : पिछले चार दिनों से हो रही बारिश के कारण जिले में दैवीय आपदा की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। सड़कों पर मलबा आने के साथ उपजाऊ जमीन कटने और आवासीय मकानों के क्षतिग्रस्त होने का सिलसिला जारी है। गुरुवार की रात से अनवरत हो रही बारिश से जिले का जनजीवन पटरी से उतर गया है। चम्पावत-टनकपुर और लोहाघाट-पिथौरागढ़ राजमार्ग पर विभिन्न स्थानों पर मलबा आने से यातायात कई बार बाधित रहा। इधर ग्रामीण क्षेत्रों को जोडऩे वाली जिले की 27 सड़कें मलबा आने से पूरी तरह बंद हो गई हैं।

शुक्रवार सुबह सात बजे करीब स्वाला-धौन के बीच मलबे के साथ भारी भरकम बोल्डर आने से वाहनों की आवाजाही बंद हो गई। हालांकि एक घंटे बाद सड़क खोल दी गई। टिपनटॉप, विश्राम घाट, चल्थी, बेलखेत, अमोड़ी, सूखीढांग आदि स्थानों पर भी आंशिक मलबा गिरा। लोहाघाट-पिथौरागढ़ मार्ग पर तल्ली बाारकोट, भारतोली, घाट के पास भी आंशिक मलबा गिरा। मौके पर तैनात जेसीबी मशीनों द्वारा मलबा हटा लिए जाने से वाहनों के संचालन में ज्यादा दिक्कत नहीं आई। मलबा गिरने से जिले की 27 ग्रामीण सड़कें पूरी तरह बंद हो गई हैं।

इनमें पीएमजीएसवाई चम्पावत की 10, पीएमजीएसवाई लोहाघाट की एक, लोनिवि लोहाघाट की 12 तथा लोनिवि चम्पावत की चार सड़कें शामिल हैं। दोपहर तक सड़कों को खोलने का काम जारी था। मैदानी क्षेत्र टनकपुर और बनबसा में भी बारिश से जलभराव हुआ है। टनकपुर में एसडीएम हिमांशु कफल्टिया ने जल भराव से प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति का जायजा लिया। बारिश से कई जगह आवासीय मकानों के क्षतिग्रस्त होने की भी खबरें हैं। बाराकोट विकास खंड के तड़ीगांव में गुरुवार को कुंदन राम के मकान का एक हिस्सा ध्वस्त हो गया। घटना में परिवार के लोग बाल-बाल बच गए।

नालियां व स्क्रबर चोक होने से जिला मुख्यालय चम्पावत, लोहाघाट, पाटी, बाराकोट में कई जगह बारिश का पानी सड़कों से होता हुआ आवासीय मकानों तक पहुंच गया। चम्पावत के धौन-बजौन में काटी जा रही रोड में लगातार भूस्खलन होने से उपर बसे परिवारों को खतरा पैदा हो गया है। आपदा कंट्रोल रूम से प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार की सुबह आठ बजे तक चम्पावत तहसील में 20, लोहाघाट में 16, पाटी में 10 तथा टनकपुर तहसील केबनबसा में 30 एसमएम बारिश रिकार्ड की गई।

लगातार हो रही बारिश से उफनाए नदी नाले

लगातार चार दिनों से हो रही बारिश से नदी और नाले उफान पर हैं। नगर को जोडऩे वाली दर्जनों सड़कें कीचड़ में तब्दील हो गई हैं। शुक्रवार को बारिश से गल्लागांव -देवली माफी, तड़ीगांव-रावलगांव, छमनियां-कोटाली खेत, बाराकोट-लड़ीधूरा, बर्दाखान-नदेड़ा, तड़ाग मोटर में जगह-जगह मलबा गिरा है। कीचड़ से वाहनों को निकालना मुश्किल हो रहा है। पाटन से चांदमारी को जोडऩे वाले पुल में जल जमाव होने से लोगों को आवाजाही करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। धूनाघाट- रीठा साहिब मोटर मार्ग में मलबा आने सड़क बंद हो गई है। जिससे यात्रियों का आवागमन ठप हो गया है।

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