अल्मोड़ा में उफनाई विनोद नदी में बहा ग्रामीण, घंटों बाद शव बरामद, स्याल्दे बाजार से लौटते वक्त हुआ हादसा
शाम लगभग सात बजे भगवत प्रसाद व उसके दो साथी गांव की ओर लौट रहा था। बाजार से कुछ दूर विनोद नदी उफान पर थी। तीनों लोग एक दूसरे का हाथ पकड़ कर नदी पार करने लगे। बताते हैं कि तट पर पहुंचते ही भगवत का हाथ छूट गया।
जागरण संवाददाता, स्याल्दे (अल्मोड़ा) : उच्च पर्वतीय इलाकों में मूसलधार बारिश जानलेवा साबित होने लगी है। लगातार बारिश से उफनाई विनोद नदी में ग्रामीण बह गया। गांव वाले घंटों उसे तलाशते रहे पर उसे बचाया नहीं जा सका। उसका शव बरामद कर लिया गया है। पहाड़ पर नदी का बहाव कब तेज हो जाए इसका अंदाजा नहीं लग पाता है। कई बार एकदम कम पानी में लोग जाते हैं और अचानक तेज बहाव में फंस या बह जाते हैं। दुर्गम इलाकों में पुल आदि की व्यवस्था न होने से ग्रामीण खुद के बनाए जुगाड़ या नदी में उतरकर पार करते हैं। ऐसे में कई बार जीवन का खतरा बना रहता है। ऐसा ही कुछ शनिवार शाम को हुआ।
विकासखंड के कैहड़गाव निवासी भगववत प्रसाद (51) पुत्र बालीराम बीती शनिवार को मुख्य बाजार आया था। उसके साथ दो ग्रामीण और थे। शाम लगभग सात बजे भगवत प्रसाद व उसके दो साथी गांव की ओर लौट रहा था। बाजार से कुछ दूर विनोद नदी उफान पर थी। तीनों लोग एक दूसरे का हाथ पकड़ कर हिम्मत जुटा नदी पार करने लगे। दूसरे छोर पर पहुंच भी गए। बताते हैं कि तट पर पहुंचते ही भगवत का हाथ छूट गया। ऐसे में अकेला ग्रामीण नदी के तेज बहाव को झेल नहीं पाया और बहता चला गया। घबराए साथियों ने गांव वालों को बुलवाया। तब तक उसे बचाने की नाकाम कोशिशें चलती रही। देर रात तक तलाश चलती रही। मगर उफनाई नदी में ग्रामीण का कोई पता नहीं लग सका।
मायूसी में रात काटने के बाद रविवार की सुबह ग्राम प्रधान इंदु देवी, गौरी शंकर, केवल पपनोई, अरुण पपनोई, नंदन बिष्ट, चंदन राम आदि केक साथ ही परिजन व तहसील प्रशासन की टीम दोबारा भगवत को ढूंढने नदी क्षेत्र में उतरी। लगभग सात किमी दूर गलीगांव के पास विनोद नदी के किनारे शव दिखाई दिया। राजस्व निरीक्षक राजेंद्रलाल वर्मा, उपनिरीक्षक किरन आर्या, सुरेश अनडोला नेन मुआयना किया। शव की शिनाख्त के बाद पोस्टमार्टम को भेज दिया गया।
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