सितारगंज में सैंपल लेने पहुंची टीम को ग्रामीणों ने दराती व लाठी-डंडे लेकर खदेड़ा
सितारगंज खुनसरा गांव में बने माइक्रो कंटेनमेंट में लोगों का सैंपल लेने पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। पुलिस टीम ने ग्रामीण को समझाते हुए माहौल को शांत किया। लेकिन ग्रामीणों के विरोध की वजह से टीम को बिना सैंपल लिए ही वापस लौटना पड़ा।
सितारगंज, जागरण संवादाता : सितारगंज स्थित खुनसरा गांव में बने माइक्रो कंटेनमेंट में लोगों का सैंपल लेने पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। पुलिस टीम ने ग्रामीण को समझाते हुए माहौल को शांत किया। लेकिन ग्रामीणों के विरोध की वजह से टीम को बिना सैंपल लिए ही वापस लौटना पड़ा। गांव में स्वास्थ विभाग टीम के साथ हुई इस घटना से सुरक्षा लेकर भी सवाल खड़े होने लगे हैं।
क्षेत्र में बढ़ रहे संक्रमण को देखते हुए प्रशासन की ओर से माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने के साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने भी जांच प्रक्रिया में भी तेज़ी ले आई है। जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम समय-समय पर ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचकर लोगों की सैंपलइंग कर रही है। सीएमएस डॉ राजेश आर्य ने बताया कि आम दिनों की तरह रविवार को खूनसरा गांव में सेंपलिंग करने पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम का विरोध करना शुरू कर दिया।
आरोप है कि इस दौरान एक व्यक्ति हाथ में डराती लाठी लिए स्वास्थ्य विभाग व पुलिस टीम के सामने आकर उन्हें वहां से वापस जाने के लिए कहने लगा। जो मौके पर बनाए गए वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण के विरोध की वजह से टीम को बिना कैमरा लिए ही वापस लौटना पड़ा। उन्होंने बताया कि कुछ दिनों पहले गांव में कुछ लोगों के बीमार होने की सूचना मिली थी जिस पर टीम को सैंपलिंग के लिए भेजा गया था। लेकिन कुछ लोगों ने सैंपल दिए बाकी ग्रामीण मौके पर से कहीं और चले गए। जिस वजह से सब के सैंपल नहीं हो पाए थे।
जांच टीम की सुरक्षा को लेकर खड़े हुए सवाल
खून सरा गांव में घटित घटना के बाद संकरण के इस दौर में गांव-गांव घर-घर जाकर लोगों की जांच कर रही स्वास्थ्य विभाग की टीम की सुरक्षा को लेकर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। सीएमएस डॉक्टर राजेश आर्य ने कहा कि संक्रमण के दौर में पहले से ही विभागीय कर्मचारियों का मनोबल अशांत है। ऐसे में इन पर हमला किए जाने जैसे वारदात से और भी गिरेगा। जिससे आगे कहीं न कहीं स्वास्थ्य सेवाओं पर असर पड़ेगा। इसलिए वर्तमान समय में अफवाहों पर ध्यान न देते हुए लोगों को उनकी सेवा में जुटे विभागीय कर्मचारियों का मदद किए जाने की आवश्यकता है। जिससे कि हम एकजुट होकर इस संक्रमण पर विजय प्राप्त कर सकें।
अफवाह के चक्कर में पड़कर स्वास्थ संबंधित सेवाओं से झाड़ रहे पल्ला
सीएमएस डॉ राजेश आर्य ने कहा कि वैक्सीनेशन व सैंपल इन को लेकर कुछ वर्ग के लोगों की ओर से फैलाई गई अफवाह के चपेट में आकर लोग इन से दूरी बना रहे हैं। उन्होंने बताया कि लोगों के अंदर अफवाहों ने इस कदर घर कर दिया है कि उन्हें लगता है कि सैंपलिंग करने पहुंची टीम की वजह से संक्रमण फैल रहा है। जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है। विभाग पूरी सुरक्षा व सावधानी का ध्यान रखते हुए घर घर जाकर लोगों की सेवा में जुटा है।
पीआरडी व पुलिस होती है साथ
सरकड़ा चौकी प्रभारी ललित बिष्ट ने बताया कि सैंपलिंग करने वाली टीम के साथ पीआरडी व पुलिस के जवान की मौजूदगी रहती है। वही जांच करने पहुंची टीम के साथ अधिक उत्साहित होकर हाथ में दराती व डंडा लेकर डराने व भागने का प्रयास करने पर पुलिस ने आरोपित चंद्रपाल सिंह के विरोध धारा 151 के तहत मुकदमा दर्ज करने के साथ ही उसे गिरफ्तार कर एसडीएम के समक्ष पेश किया ।
Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें