काशीपुर में लोगों को जागरूक कर और साफ-सफाई से बीमारी से दूर है गांव

प्रधान व अन्य जनप्रतिनिधियों ने मिलकर जनता को साथ लेने और फिर गांव में सैनिटाइजेशन का कार्य कराने की योजना बनाई। योजना पर कार्य करते हुए पूरे गांव को सैनिटाइज किया गया। लोगों को मास्क पहनने के लिए जागरूक किया गया।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 05:27 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 05:27 PM (IST)
काशीपुर में लोगों को जागरूक कर और साफ-सफाई से बीमारी से दूर है गांव
कोरोना को मात देने का एक ही तरीका है कि सावधानी बरती जाए।

जागरण संवाददाता, काशीपुर : क्षेत्र का करनपुर गांव दूसरी लहर में भी कोरोना को मात दे रहा है। जनप्रतिनिधि व जनता के सहयोग और जागरूकता के चलते कोरोना को नहीं फटकने दिया। यहां के प्रधान, उपप्रधान और प्रत्येक वार्ड के मेंबर ने जनता को साथ लेकर कोरोना के खिलाफ अभियान चलाया। लोगों को कोरोना प्रोटोकाल का पालन करने के लिए जागरूक किया। बाहर से आने वालों को होम आइसोलेशन में रखा गया।  

करनपुर गांव की आबादी लगभग चार हजार है। बीते वर्ष जब कोरोना शुरू हुआ तो गांव के लोग भी डर गए। लॉकडाउन के बाद बाहर से लोगों के आने का सिलसिला शुरू हुआ। करनपुर गांव के कुछ लोग उस दौरान दिल्ली में थे। ग्राम प्रधान राजवंश कौर, वार्ड मेंबर ओमकार दीप ङ्क्षसह, उप प्रधान मोनिका बठला, वार्ड मेंबर सुनीता, वार्ड मेंबर रीना रानी, वार्ड मेंबर अर्चना, वार्ड मेंबर कविता ने मिलकर गांव के लोगों को कोरोना से बचाने की ठानी। सबसे पहले जनता को कोरोना के प्रति जागरूक किया गया।

ग्रामीणों को बताया गया कि कोरोना एक जानलेवा बीमारी है। कोरोना को मात देने का एक ही तरीका है कि सावधानी बरती जाए। इसके बाद प्रधान व अन्य जनप्रतिनिधियों ने मिलकर जनता को साथ लेने और फिर गांव में सैनिटाइजेशन का कार्य कराने की योजना बनाई। योजना पर कार्य करते हुए पूरे गांव को सैनिटाइज किया गया। लोगों को मास्क पहनने के लिए जागरूक किया गया। बाहर से आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को होम आइसोलेशन में रहने के लिए प्रेरित किया गया। इसी तरह के तमाम अन्य जतन भी गांव के जनप्रतिनिधियों ने जनता के बचाव के लिए किए।

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शुरुआत में जब कोरोना के बारे में पता चला तो कुछ ङ्क्षचता हुई, लेकिन हम लोग डरे नहीं। कोरोना से डटकर लडऩे का मन बनाया। सबसे पहले गांव की उप प्रधान, सभी वार्ड मेंबर को साथ लिया। उन्हें कोरोना से लडऩे के लिए जागरूक किया।

-राजवंश कौर, ग्राम प्रधान

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गांव को समय-समय पर सैनिटाइज किया जाता है। हमारा प्रयास रहता है कि अगर कोई बाहर से गांव में आता है तो वह होम आइसोलेशन का पीरियड पूरा करे। इसके बाद ही वह जनता के बीच जाए। गांव के अधिकांश लोगों ने ऐसा किया भी है।

-ओमकार दीप, वार्ड मेंबर

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सभी जनप्रतिनिधियों ने मिलकर ग्रामीणों को कोरोना के दुष्परिणाम बताते हुए जागरूक किया है। हमारा शुरू से यही प्रयास रहा कि सब लोग मास्क पहने और समय-समय पर हाथ धोते रहें। गांव वालों की जागरूकता और जनप्रतिनिधियों के प्रयास से गांव में कोरोना नहीं फटक सका।

-कविता वार्ड मेंबर

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गांव में स्वयं को सुरक्षित महसूस करती हूं। शुद्ध खानपान के चलते हम लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होती है। दूसरी ओर गांव कोरोना के प्रति शुरुआत से ही जागरूक था। आज भी लोग कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हैं।

- मोनिका बठला, उप प्रधान

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