कोरोना से जंग जीत फिर लोगों को संक्रमण से निजात दिलाने को जुटे डॉ. देवेश

कोटाबाग के प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. देवेश चौहान कोरोना मरीजों का उपचार करने के साथ ही खुद भी कोरोना संक्रमण से जंग जीत चुके हैं। कोरोना निगेटिव रिपोर्ट आने पर उन्होंने अस्पताल का कार्यभार ग्रहण कर फिर से जनसेवा शुरू कर दी है।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Sat, 15 May 2021 04:43 PM (IST) Updated:Sat, 15 May 2021 04:43 PM (IST)
कोरोना से जंग जीत फिर लोगों को संक्रमण से निजात दिलाने को जुटे डॉ. देवेश
उन्होंने गुरुवार को अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोटाबाग के प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. देवेश चौहान कोरोना मरीजों का उपचार करने के साथ ही खुद भी कोरोना संक्रमण से जंग जीत चुके हैं। कोरोना निगेटिव रिपोर्ट आने पर उन्होंने अस्पताल का कार्यभार ग्रहण कर फिर से जनसेवा शुरू कर दी है।

वरिष्ठ चेस्ट फिजिशियन डा. देवेश चौहान कोरोना काल की शुरुआत से ही संक्रमित मरीजों का उपचार कर रहे हैं। देवेश ने बताया कि मरीजों के इलाज के दौरान उन्हें भी संक्रमण की चपेट में आने का खतरा रहता है। पिछले महीने उनके गले में दर्द व एक दिन बुखार की शिकायत हुई। इस पर 22 अप्रैल को उन्होंने अपनी आरटीपीसीआर जांच करायी। जांच रिपोर्ट पॉजीटिव आने पर वह होम आइसोलेट हो गए। 17 दिन होम आइसोलेशन में बिताने के बाद उनकी आरटीपीसीआर रिपोर्ट निगेटिव आई है।

इस पर उन्होंने गुरुवार को अपना कार्यभार ग्रहण कर लिया। वह बताते हैं कि सरकार की ओर से मिलने वाली होम आइसोलेशन किट वह मरीजों तक पहुंचाते हैं। इसके साथ ही चिकित्सा विभाग की टीम समय-समय पर मरीजों के घर पर जाकर हाल-चाल जानती है। जिन मरीजों को आक्सीजन की जरूरत पड़ती है, उन्हें सुशीला तिवाड़ी अस्पताल या कोविड केयर सेंटर रामनगर भेजा जाता है। डा. देवेश कहते हैं कि कोविड पॉजीटिव आने पर मरीज घबराएं नहीं और धैर्य बनाए रखें। दवाइयों के साथ ही पौष्टिक आहार लें और गर्म पानी पीने के साथ ही गरारा करें। इसके साथ ही योग व व्यायाम शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मददगार होती है।

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें

chat bot
आपका साथी