अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर दिनभर रेंगते रहे वाहन, बोल्डर गिरने से लगा जाम

अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर दोपांखी के समीप दिनभर यातायात रेंगता रहा। विशालकाय बोल्डर को हटाने के लिए मशीनें दिनभर लगी रही। देर शाम तक गरमपानी व खैरना बाजार क्षेत्र में वाहनों की कतार लगी रही। पुलिस टीम ने एक-एक कर वाहनों की आवाजाही सुचारू कराई।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 09:37 AM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 09:37 AM (IST)
अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर दिनभर रेंगते रहे वाहन, बोल्डर गिरने से लगा जाम
अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर दिनभर रेंगते रहे वाहन, बोल्डर गिरने से लगा जाम

संवाद सूत्र, गरमपानी : अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर दोपांखी के समीप दिनभर यातायात रेंगता रहा। विशालकाय बोल्डर को हटाने के लिए मशीनें दिनभर लगी रही। देर शाम तक गरमपानी व खैरना बाजार क्षेत्र में वाहनों की कतार लगी रही। पुलिस टीम ने एक-एक कर वाहनों की आवाजाही सुचारू कराई।

बीते सोमवार व मंगलवार को मूसलधार बारिश के बाद उफान में आई नदियां अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे के लिए कहर बनकर टूटी। दोपांखी के समीप हाईवे का कई सौ मीटर हिस्सा शिप्रा नदी में समा गया। यहां पर बमुश्किल पहाड़ी काट वाहनों की आवाजाही सुचारु करवाई गई। मंगलवार को सड़क पर गिरे विशालकाय बोल्डर को हटाने के लिए एनएच को काफी जद्दोजहद करनी पड़ी। भारी भरकम मशीनों से बोल्डर हटाने का प्रयास किया गया। इस दौरान कई बार जाम लगा रहा। पुलिसकर्मी एक एक कर वाहनों को निकालते रहे। देर शाम तक खैरना बाजार तक वाहनों की कतार लग गई और वाहन रेंगते रहे। बमुश्किल शाम तक आवाजाही सुचारू हो सकी।

लोहाली में भूस्खलन ने फिर रोकी हाईवे पर रफ्तार

अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर हालात सुधरने के नाम नहीं ले रहे। मंगलवार को दिनभर दोपांखी क्षेत्र में यातायात प्रभावित रहने के बाद देर शाम लोहाली क्षेत्र में भूस्खलन हो गया। भारी मलबा हाईवे पर गिरने से वाहनों की आवाजाही ठप हो गई। करीब दो घंटे बाद बमुश्किल आवाजाही सुचारू हो सकी। मूसलधार बारिश से कमजोर हो चुकी पहाडिय़ां जवाब देने लगी हैं। दोपांखी क्षेत्र में रुक-रुक कर आवाजाही सुचारु होने के बाद देर शाम लोहाली के समीप पहाड़ी पर भूस्खलन से मलबा हाईवे पर जमा हो गया। दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। कई यात्री वाहन फंस गए। सूचना एनएच के अधिकारियों तक भिजवाई गई। एक पोकलैंड तथा लोडर मशीन मौके पर पहुंची। भारी मलबे को हटाने का कार्य शुरू किया गया। मलबे के साथ कीचड़ होने से मशीन चालकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बामुश्किल शाम सात बजे आवाजाही सुचारू हो सकी तब जाकर यात्रियों ने राहत की सांस ली।

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