सादगी से मनाई वाल्मीकि जयंती, भवाली में निकाली सांकेतिक शोभायात्रा

अश्विन पूर्णिमा पर शनिवार को वाल्मीकि जयंती सादगी से मनाई गई।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 06:35 PM (IST) Updated:Sun, 01 Nov 2020 01:58 AM (IST)
सादगी से मनाई वाल्मीकि जयंती, भवाली में निकाली सांकेतिक शोभायात्रा
सादगी से मनाई वाल्मीकि जयंती, भवाली में निकाली सांकेतिक शोभायात्रा

जेएनएन, नैनीताल/भवाली : अश्विन पूर्णिमा पर शनिवार को वाल्मीकि जयंती सादगी से मनाई गई। नैनीताल में वाल्मीकि सभा, वाल्मीकि मंदिर व वाल्मीकि आश्रम समिति ने शारीरिक दूरी के नियमों के साथ हवन पूजन व मंदिर परिसर में ही मूर्ति भ्रमण कराया गया। वहीं, भवाली में सेनिटोरियम से सांकेतिक रूप से भगवान वाल्मीकि के डोले की शोभायात्रा निकालकर रानीखेत रोड में स्थित वाल्मीकि मंदिर तक ले जाया गया।

नैनीताल में तल्लीताल वाल्मीकि मंदिर में लाई गई मूर्ति की सुबह साढ़े नौ बजे प्राण प्रतिष्ठा की गई, जिसे दो दिन बाद सीतावनी रामनगर में विसर्जित किया जाएगा। इसके अलावा मल्लीताल वाल्मीकि आश्रम में शाम को आरती हुई। इन आयोजनों में राहुल पुजारी, राजन, धीरज कटियार, सुनील केपी आदि थे। वहीं, भवाली में वाल्मीकि समाज के अध्यक्ष पंकज अद्वेती ने बताया कि कोरोना महामारी के चलते इस वर्ष सांकेतिक रूप से भगवान का जन्मदिवस मनाया गया। इस कारण वाल्मीकि भगवान के डोले का नगर भ्रमण न कराकर रानीखेत रोड स्थित वाल्मीकि मंदिर ले जाया गया। इस दौरान सतीश वाल्मीकि, संजय वर्मा, मोहन बिष्ट, प्रकाश आर्य, अंबा आर्य, किशन अधिकारी, ममता बिष्ट आदि थीं। 17 लाख से हो रहा भव्य मंदिर निर्माण

जासं, नैनीताल : शहर के तल्लीताल में भव्य वाल्मीकि मंदिर निर्माण किया जा रहा है। वाल्मीकि सभा के महासचिव दिनेश कटियार ने बताया कि विधायक संजीव आर्य ने मंदिर निर्माण के लिए से 17 लाख की रकम दिलाई है। मंदिर में आकर्षक मूर्ति स्थापित की जाएगी, जिसका आर्डर दिया जा चुका है। अगले साल जयंती समारोह नवनिर्मित मंदिर में ही होगा।

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