हरियाणा रूट पर अपनी बसें होने के बाद भी निगम ने मंगवा ली दो अनुबंधित बसें
उत्तराखंड परिवहन निगम अपने उन रूटों पर लगातार अनुबंधित बसों की संख्या बढ़ा रहा हैं जहां रोडवेज की खुद की बसेंं पहले से चल रही है। अब हरियाणा के गुुरुग्राम व फरीदाबाद रूट पर दो अनुबंधित बसों को लगाया गया है।
हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : उत्तराखंड परिवहन निगम अपने उन रूटों पर लगातार अनुबंधित बसों की संख्या बढ़ा रहा हैं, जहां रोडवेज की खुद की बसेंं पहले से चल रही है। अब हरियाणा के गुुरुग्राम व फरीदाबाद रूट पर दो अनुबंधित बसों को लगाया गया है। वहीं, रोडवेज के कर्मचारी इन अनुबंधित बसों का निगम के लिए नुकसानदायक बता रहे हैं। उनका कहना है कि जब निगम के पास पर्याप्त बसें है तो वह क्यों किराए की बसों का संचालन करवाने में दिलचस्पी ले रहा है। इससे रोडवेज की आर्थिक स्थिति और बिगड़ेगी।
उत्तराखंड परिवहन निगम में वाल्वो बसों का संचालन अधिकांश अनुबंध के तहत होता है। एसी व जनरथ की भी यही स्थिति है। यात्रियों के आरामदायक सफर की बात कहकर निगम इन बसों को बेड़े में शामिल करता है। फिलहाल काठगोदाम डिपो की छह वाल्वो व दो एसी बसें दिल्ली रूट पर संचालित हो रही है। वहीं, अब गुरुग्राम व फरीदाबाद मार्ग के लिए दो जनरथ कैटेगिरी की बसों को मंगवाकर नैनीताल रीजन के हल्द्वानी डिपो को सौंपा गया है। जल्द यह गाडिय़ां रूट पर दौड़ती नजर आएंगी।
इससे पूर्व काशीपुर डिपो के लिए दो अनुबंधित बसें पहुंची थी। वहीं, रोडवेज कर्मचारी व यूनियन मुख्यालय के इस फैसले का खुलकर तो विरोध नहीं कर रही है। मगर उनका कहना है कि अनुबंधित बसों को उन मार्गों पर भेजा जाना चाहिए। जहां रोडवेज बसों की पहुंच नहीं है। हरियाणा के इन दो रूटों से निगम को अच्छी इनकम मिलती थी। मगर अब नुकसान होगा।