उत्तराखंड में कोविड टेस्टिंग सेंटर व अस्पतालों के खाली बेड का ब्यौरा ऑनलाइन
राज्य जिला अस्पतालों व कोविड मरीजों के लिए अधिकृत अस्पतालों में आईसीयू और प्रशिक्षित स्टाफ के साथ वेंटिलेटर सुविधा मिलेगी। साथ ही प्राइवेट अस्पतालों में निर्धारित शुल्क में कोविड मरीजों का उपचार होगा। 25 फीसद बेड भी बीपीएल के लिए आरक्षित होंगे।
नैनीताल, जागरण संवाददाता : राज्य जिला अस्पतालों तथा कोविड मरीजों के लिए अधिकृत अस्पतालों में आईसीयू और प्रशिक्षित स्टाफ के साथ वेंटिलेटर सुविधा देने की तैयारी शुरू हो चुकी है। साथ ही प्राइवेट अस्पतालों में निर्धारित शुल्क 25 फीसद बेड भी बीपीएल के लिए आरक्षित करने होंगे। हाईकोर्ट के आदेश के चंद घंटों में सरकार ने कोविड का नया पोर्टल बना दिया। जिसमें टेस्टिंग सेंटर्स का पूरा विवरण और किस कोविड अस्पताल में कितने बेड खाली हैं, इसकी जानकारी समय-समय पर अपडेट की जा रही है। इसका लिंक https://covid19.uk.gov.in भी जारी किया है।
दरअसल मंगलवार को अधिवक्ता दुष्यंत मैनाली की ओर से अपनी हाईकोर्ट में विचाराधीन जनहित याचिका में प्रार्थना पत्र दाखिल कर 16 अप्रैल को एक ही दिन में 37 मरीजों की मौत होने, प्राइवेट अस्पतालों में बीपीएल मरीजों को पंजीकरण की शर्त के अनुसार 25 फीसद बेड आरक्षित करने का उल्लंघन करने, सरकारी अस्पतालों में वेंटीलेटर व आईसीयू की कमी का मामला उठाया तो कोर्ट ने मामले में सरकार को महत्वपूर्ण आदेश जारी किए।
शाम को स्वास्थ्य विभाग की ओर से वेबसाइट बना दी गई। सरकार ने यह भी बताया है कि वेबसाइट में अस्पतालों में खाली बेड की संख्या तथा कोविड मरीजों के लिए निर्धारित बेड प्रदर्शित किए जाएंगे। रियल टाइम स्थिति प्रदर्शित होगी। इस मामले में दस मई को अगली सुनवाई होनी है। जबकि सरकार को उससे पहले जवाब दाखिल करना था। अधिवक्ता दुष्यंत ने बताया कि उन्होंने कोविड अस्पताल में खाली बेड की रियल टाइम स्थिति प्रदर्शित करने की प्रार्थना पत्र में की थी।
Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें