नेशनल वाटर स्पोर्ट्स में उत्तराखंड का तीन स्वर्ण सहित सात पदक पर कब्जा, दो स्वर्ण सहित छह पदक जीतकर दिल्ली को मिला दूसरा स्थान
उत्तराखंड के खिलाड़ियो ने बेहतरीन प्रदर्शन और लहरों पर करतब दिखाते हुए तीन स्वर्ण पदक सहित सात मेडल पर कब्जा कर पहले स्थान पर रहे। जबकि दिल्ली ने दो गोल्ड सहित छह पदक के साथ दूसरे स्थान पर है। प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला रविवार को खेला जाएगा।
जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : गूलरभोज बौर जलाशय में चल रही राष्ट्रीय कयाकिंग एवं कैनोइंग प्रतियोगिता में दूसरे दिन भी उत्तराखंड का जलवा बरकरार रहा। उत्तराखंड के खिलाड़ियो ने बेहतरीन प्रदर्शन और लहरों पर करतब दिखाते हुए तीन स्वर्ण पदक सहित सात मेडल पर कब्जा कर पहले स्थान पर रहे। जबकि दिल्ली ने दो गोल्ड सहित छह पदक के साथ दूसरे स्थान पर है। प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला रविवार को खेला जाएगा।
कयाकिंग एंड कैनोइंग फेडरेशन आफ इंडिया की ओर से ऊधम सिंह नगर के गूलरभोज स्थित बौर जलाशय में तीन दिवसीय राष्ट्रीय साहसिक खेलों का आयोजन किया जा रहा है। इसमें उत्तराखंड, दिल्ली, मध्य प्रदेश, राजस्थान, झारखंड सहित आठ राज्य एवं दो अन्य आइटीबीपी एवं उत्तराखंड पुलिस टीम सहित 10 टीमों के कुल 84 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। प्रतियोगिता के पहले दिन एक हजार मीटर की रेस कराई गई थी। शनिवार को 500 मीटर की प्रतिस्पर्धा कराई गई। इसमें दो राउंड में आठ मैच कराए गए। जिसमें के-1 एवं सी-1 में तीन-तीन राज्यों के खिलाड़ी तथा के-2 एवं सी-2 में दो-दो खिलाड़ी तीन राज्यों से हिस्सा लिया।
उत्तराखंड की महिला एवं पुरुष टीम ने मिलकर टीम ने तीन स्वर्ण पदक, तीन सिल्वर और एक ब्रांज मेडल अर्जित कर शीर्ष स्थान प्राप्त किया। जबकि दिल्ली ने दो स्वर्ण, दो सिल्वर और दो ब्रांज मेडल अर्जित कर दूसरे स्थान पर रहा। इसके अलावा मध्यप्रदेश ने एक गोल्ड, एक सिल्वर और एक ब्रांज मेडल, राजस्थान ने एक सिल्वर और दो ब्रांज, झारखंड ने एक गोल्ड और आईटीबीपी की टीम ने एक सिल्वर और एक ब्रांज मेडल अर्जित किए।
उत्तराखंड ओलंपिक संघ के महासचिव डा. डीके सिंह ने बताया कि प्रतियोगिता का फाइनल मुकाबला एवं समापन समरोह रविवार को होगे। इस दौरान टीम के खिलाड़ियों काे सम्मानित किया जाएगा। इस मौके पर सीडीओ हिमांशु खुराना, जिला पर्यटन अधिकारी पीके गौतम, परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास हिमांशु जोशी, नेहा मटियाली, राजन सिंह, हिमांशु सहित अन्य मौजूद थे।
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