पटवारीराज वाले गांवों में कैंप करता था भाष्कर, नए सिरे से संगठन को मजबूत करने की थी योजना
वह पुलिस के अधिकार क्षेत्र से बाहर पटवारीराज वाले ग्रामीण इलाकों को अपनी शरणगाह बनाता था। सूत्र बताते हैं कि जनमुद्दों खासकर ग्रामीण समस्याओं को कैश कर वह तंत्र के खिलाफ उन्हें एकजुट कर खुद का संगठन खड़ा करने में जुटा था।
जागरण संवाददाता, अल्मोड़ा : माओवादी थिंक टैंक प्रशांत राही उर्फ प्रशांत सांगलेकर से खासा प्रभावित एरिया कमांडर भाष्कर पांडे उर्फ भुवन दो वोटर आइडी इस्तेमाल करता था। वास्तविक पहचान छिपाकर नाम बदलना उसकी फितरत थी। उसने एकाध नहीं बल्कि अपने चार नाम रखे थे। यह भी पता लगा है कि वह पुलिस के अधिकार क्षेत्र से बाहर पटवारीराज वाले ग्रामीण इलाकों को अपनी शरणगाह बनाता था। सूत्र बताते हैं कि जनमुद्दों खासकर ग्रामीण समस्याओं को कैश कर वह तंत्र के खिलाफ उन्हें एकजुट कर खुद का संगठन खड़ा करने में जुटा था। बरामद दो पैन ड्राइव उसकी भावी योजना व माओवादी संगठन से जुड़े अहम राज खोलेंगे। 20 हजार का इनामी माओवादी एरिया कमांडर भाष्कर पांडे पर पूरे उत्तराखंड में संगठनात्मक विस्तार का बड़ा जिम्मा था। उधर कोर्ट के आदेश पर माओवादी को जेल भेज दिया गया है।
पेनड्राइव का डाटा खंगालेगी पुलिस
माओवादी भाष्कर के पास से बरामद दो पैन ड्राइव उसकी भावी रणनीति व माओवादी संगठन के नेटवर्क के महत्वपूर्ण राज खोल सकते हैं। उसमें मौजूद दस्तावेज क्या हैं, देशद्रोह से जुड़ी योजनाओं का पूरा डेटाबेस है या कुछ और, इसकी थाह लेने को अब पुलिस न्यायालय से अनुमति लेकर सील खोलकर उसे खंगालेगी।
एसएसपी की कप्तानी में बड़े खुलासे
चार्ज लेने के बाद भरतपुर गैंग का राजफाश और मादक पदार्थों की तस्करी पर नकेल। बागेश्वर के कपकोट से बच्चों के अपहरणकर्ताओं की गिरफ्तारी। अब इनामी माओवादी कमांडर भाष्कर पांडे की गिरफ्तारी। एसएसपी पंकज भट्ट के निर्देशन में पुलिस टीम लगातार गुडवर्क के जरिये खाकी की कार्यशैली को नई पहचान भी दे रही है। डीजीपी अशोक कुमार ने पुलिस टीम को 20 हजार रुपये का पुरस्कार और पदक देने की घोषणा की है।
एसएसपी पंकज भट्ट ने बताया कि पेन ड्राइव अभी सील है। कोर्ट से अनुमति लेकर उसे देखेंगे। हो सकता है उससे और भी महत्वपूर्ण जानकारियां मिलें। गिरफ्तार माओवादी भाष्कर पांडे को कोर्ट में पेश किया गया। उसे जेल भेज दिया गया है।