नगर निगम में अनशन पर बैठे कर्मचारी को जबरन उठाने पर हंगामा
नगर निगम में अनशन पर बैठे कर्मचारी को जबरन उठाने पर सोमवार को जमकर हंगामा हुआ। स्वास्थ्य में गिरावट का हवाला देते हुए पुलिस बल मौके पर पहुंचा था। नोकझोंक के दौरान अनशनकारी की पत्नी के बेहोश होने पर हड़कंप भी मच गया।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : नगर निगम में अनशन पर बैठे कर्मचारी को जबरन उठाने पर सोमवार को जमकर हंगामा हुआ। स्वास्थ्य में गिरावट का हवाला देते हुए पुलिस बल मौके पर पहुंचा था। नोकझोंक के दौरान अनशनकारी की पत्नी के बेहोश होने पर हड़कंप भी मच गया। जिसके बाद पुलिस बामुश्किल अनशनकारी को धरने से उठा अस्पताल में भर्ती कराने में कामयाब हुई।
बर्खास्त कर्मचारियों की बहाली की मांग को लेकर देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ 18 दिन से आंदोलन पर जुटा है। निगम प्रशासन के सुध नहीं लेने से नाराज संघ के प्रदेश संगठन मंत्री अमित कुमार 22 अक्टूबर से निगम परिसर में ही आमरण अनशन पर बैठ गए। सोमवार दोपहर कर्मचारी निगम के खिलाफ नारेबाजी में जुटे थे कि भोटिया पड़ाव चौकी प्रभारी संजय बृजवाल पुलिस टीम संग मौके पर पहुंच गए।
उन्होंने अमित स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए आमरण अनशन खत्म करने को कहा। लेकिन कर्मचारियों ने साफ मना कर दिया। संगठन मंत्री अमित को जबरन उठाने के दौरान प्रदर्शनकारियों का पुलिस संग काफी विवाद भी हुआ। इसी दौरान अमित की पत्नी सविता बेहोश हो गई। जिसे साथी महिला कर्मचारियों ने संभाला। जिसके बाद पुलिस ने अनशनकारी को उठाकर बेस अस्पताल में भर्ती करा दिया। हालांकि, आंदोलन को और तेज करते हुए संगठन की तरफ से अब बबली देवी ने अनशन शुरू कर दिया है।
दूसरे संगठन ने दिया धरना
नगर निगम सफाई कर्मचारियों के दूसरे संगठन उत्तरांचल स्वच्छकार कर्मचारी संघ ने 11 सूत्री मांगों को पूर्व में आश्वासन के बावजूद पूरा न करने का आरोप लगाते हुए सोमवार को निगम परिसर में धरना दिया। पदाधिकारियों ने कहा कि पदोन्नति, अस्थायी कर्मियों का बीमा, रिक्त पदों पर भर्ती व अवकाश के दिन काम कराने पर अतिरिक्त वेतन की मांग की। इसके अलावा सफाई नायक राजेंद्र संग मारपीट करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की। प्रदेश अध्यक्ष राम अवतार राजौर, विनय पाल, सुनील चौधरी, विशाल कुमार, नीरज नैथानी, प्रदीप पंवार, गुड्डु भाई, योगेश राजौर आदि मौजूद थे।