वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना के तहत पिथौरागढ़ में होगा 50 हजार क्विंटल हल्दी का उत्पादन

उन्नयन स्कीम के तहत प्रोसेसिंग प्लांट लगाने के लिए ऋण लिया जा सकता है जिसमें उद्यमी को केवल 10 प्रतिशत धनराशि लगानी होगी। 90 प्रतिशत धनराशि बैंक से ऋण के रूप में मिलेगी। योजना के तहत 10 लाख तक का अनुदान भी मिलेगा।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Tue, 21 Sep 2021 06:09 AM (IST) Updated:Tue, 21 Sep 2021 06:09 AM (IST)
वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना के तहत पिथौरागढ़ में होगा 50 हजार क्विंटल हल्दी का उत्पादन
उत्पादन बढ़ाने के साथ ही जिले में प्रोसेसिंग यूनिट भी लगेगी, जिससे बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर सृजित होंगे।

संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़ : वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना के तहत सीमांत जिले में हल्दी उत्पादन बढ़ाने की कवायद शुरू  हो गई है। उद्यान विभाग ने काश्तकारों को हल्दी बीज उपलब्ध कराना शुरू  कर दिया है। विभाग ने जिले में अगले तीन वर्ष में हल्दी उत्पादन का लक्ष्य 50 हजार क्विंटल निर्धारित किया है। उत्पादन बढ़ाने के साथ ही जिले में प्रोसेसिंग यूनिट भी लगेगी, जिससे बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर सृजित होंगे। 

प्रदेश सरकार की वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना के तहत सीमांत जिले को हल्दी डिस्ट्रिक्ट घोषित किया गया है। फिलहाल जिले में हर वर्ष 10 हजार क्विंटल हल्दी उत्पादित होती है। अब इसे बढ़ाकर 50 हजार रखा गया है। इसके लिए उद्यान विभाग किसानों को उम्दा गुणवत्ता की हल्दी का बीज उपलब्ध करा रहा है। इस वर्ष 350 क्विंटल बीज वितरित कर दिया गया है। विभाग की योजना उत्पादन को बढ़ाने तक ही सीमित नहीं है। इसे जिले में स्वरोजगार का बड़ा माध्यम भी बनाया जाएगा। जिले में प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित होंगी। इन यूनिटों में हल्दी पाउडर बनाने के साथ ही हल्दी से रंग तैयार करने, विभिन्न दवाओं के लिए जरू री रसायन निकालने के कार्य भी होंगे।

प्रधानमंत्री सूक्ष्म उद्योग उन्नयन स्कीम से मिलेगा फायदा

वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट प्रदेश सरकार की स्कीम है। इस योजना को केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री सूक्ष्म उद्योग उन्नयन स्कीम से जोड़ा गया है। उन्नयन स्कीम के तहत प्रोसेसिंग प्लांट लगाने के लिए ऋण लिया जा सकता है, जिसमें उद्यमी को केवल 10 प्रतिशत धनराशि लगानी होगी। 90 प्रतिशत धनराशि बैंक से ऋण के रूप में मिलेगी। योजना के तहत 10 लाख तक का अनुदान भी मिलेगा। अनुदान उद्योग के रनिंग में आ जाने पर ही मिलेगा। निजी उद्यमी के साथ ही स्वयं सहायता समूह भी इस योजना से फायदा उठा सकते हैं। इसके लिए उद्यान विभाग को आवेदन देना होगा। 

जिला उद्यान अधिकारी आरएस वर्मा ने बताया कि वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट योजना के तहत सीमांत जिला पिथौरागढ़ चयनित है। उद्यान विभाग ने तीन वर्ष में उत्पादन 50 हजार क्ंिवटल तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए ग्रामीणों को बंजर भूमि में हल्दी लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। हल्दी ऐसा उत्पादन है जिसे जंगली जानवर नुकसान नहीं पहुंचाते हैं और इसमें कीड़े आदि का प्रकोप भी कम रहता है। आने वाले वर्षों में हल्दी उत्पादन सीमांत जिले को नई पहचान देगा।

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