नवीन मंडी में दोपहिया-चौपहिया वाहनों पर पाबंदी, सुबह आठ बजे तक ही की जा सकेगी खरीदारी

एसडीएम विवेक राय ने शनिवार को नवीन मंडी कार्यालय में मंडी समिति और व्यापारियों की बैठक ली। रविवार से मंडी में दोपहिया और चौपहिया वाहनों की एंट्री पर पाबंदी रहेगी। साथ ही फुटकर कारोबारियों को सुबह नौ बजे तक ही फल सब्जी आदि खरीदने की छूट मिलेगी।

By Prashant MishraEdited By: Publish:Sun, 09 May 2021 09:22 AM (IST) Updated:Sun, 09 May 2021 09:22 AM (IST)
नवीन मंडी में दोपहिया-चौपहिया वाहनों पर पाबंदी, सुबह आठ बजे तक ही की जा सकेगी खरीदारी
पर्वतीय क्षेत्रों में फल-सब्जी की आपूर्ति के लिए वाहनों की दिन में 12 बजे बाद रवानगी होगी।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : रामपुर रोड स्थित नवीन मंडी में कोरोना संक्रमण रोकने को लेकर कई अहम निर्णय लिए गए हैं। जिसके तहत रविवार (आज) से मंडी में दोपहिया और चौपहिया वाहनों की एंट्री पर पाबंदी रहेगी। साथ ही फुटकर कारोबारियों को सुबह नौ बजे तक ही फल, सब्जी आदि खरीदने की छूट मिलेगी।

एसडीएम विवेक राय ने शनिवार को नवीन मंडी कार्यालय में मंडी समिति और व्यापारियों की बैठक ली। जिसमें निर्णय लिया गया कि बाहर से माल लेकर आने वाले वाहन मंडी में सुबह आठ बजे तक ही मुख्य गेट से प्रवेश कर सकेंगे। इन वाहनों में चालक-परिचालक के अलावा केवल एक किसान को आने की अनुमति होगी। सप्लाई वाहनों, व्यापारियों और खरीदारों को मुख्य गेट से प्रवेश करने व पिछले गेट से बाहर जाने की ही अनुमति होगी। बैठक में सीओ शांतनु पराशर, मंडी सचिव वीवीएस देव, मंडी चौकी प्रभारी दिनेश चंद्र जोशी, गणेश त्रिपाठी, मंडी निरीक्षक उमेश चंद्र त्रिपाठी, पंकज वर्मा, पीतांबर दत्त जोशी, नवीन चंद्र मठपाल, महेंद्र सिंह डंगवाल, त्रिभुवन चंद्र पांडे, त्रिलोक सिंह समेत आलू फल आढ़ती व्यापारी एसोसिएशन के पदाधिकारी मौजूद रहे।

फुटकर कारोबार पर दर्ज होगा मुकदमा

मंडी परिसर में फुटकर कारोबार भी पूर्णतया प्रतिबंधित रहेगा। यदि कोई ऐसा करते हुए पकड़ा जाता है तो उसे पुलिस की मदद से बाहर कर दिया जाएगा और मुकदमा भी दर्ज होगा।

पर्वतीय क्षेत्रों में दोपहर बाद होगी सप्लाई

पर्वतीय क्षेत्रों में फल-सब्जी की आपूर्ति के लिए वाहनों की दिन में 12 बजे बाद रवानगी होगी। कोरोना रोकथाम के लिए मंडी स्थल में जगह-जगह बैनर और पोस्टर भी लगाए जाएंगे।

किसानों पर नहीं होगी पाबंदी

बैठक में निर्णय लिया गया कि स्थानीय स्तर पर किसानों द्वारा उत्पादित फल-सब्जी एवं गेहूं को उनके द्वारा बेचने के लिए मंडी लाने या पहाड़ों पर ले जाने पर कोई रोक नहीं होगी। यदि भविष्य में भी स्थिति सामान्य नहीं होती है तो केवल 50 फीसद व्यापारियों के साथ मंडी में कारोबार सुचारू रखा जाएगा।

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