एमबीपीजी कॉलेज के दो प्रोफेसरों ने ठुकराया प्राचार्य पद, बताया ये कारण

एमबीपीजी के प्रो. महेश शर्मा व प्रो. कमला पंत को भी राज्यपाल की ओर से प्राचार्य पद की जिम्मेदारी दी गई जिसमें अब एमबीपीजी के दोनों प्रोफेसर ने निजी कारणों से अल्मोड़ा में प्राचार्य पद की जिम्मेदारी लेने से इन्कार कर दिया है।

By Skand ShuklaEdited By: Publish:Sun, 28 Nov 2021 10:09 AM (IST) Updated:Sun, 28 Nov 2021 10:09 AM (IST)
एमबीपीजी कॉलेज के दो प्रोफेसरों ने ठुकराया प्राचार्य पद, बताया ये कारण
एमबीपीजी कॉलेज के दो प्रोफेसरों ने ठुकराया प्राचार्य पद, बताया ये कारण

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : उच्च शिक्षा विभाग की ओर से जारी आदेश में नए महाविद्यालयों के लिए 15 प्राचार्यों की नियुक्ति की गई थी। एमबीपीजी के प्रो. महेश शर्मा व प्रो. कमला पंत को भी राज्यपाल की ओर से प्राचार्य पद की जिम्मेदारी दी गई, जिसमें अब एमबीपीजी के दोनों प्रोफेसर ने निजी कारणों से अल्मोड़ा में प्राचार्य पद की जिम्मेदारी लेने से इन्कार कर दिया है।

उच्च शिक्षा विभाग के अपर सचिव एमएस सेमवाल ने आदेश में लिखा था कि एमबीपीजी में एसोसिएट प्रोफेसर पद पर कार्यरत डा. महेश कुमार को अल्मोड़ा के राजकीय महाविद्यालय दन्या में और डा. कमला पंत को अल्मोड़ा जिले के राजकीय महाविद्यालय जैंती में प्राचार्य पद पर नियुक्ति दी गई है। डा. महेश शर्मा व कमला पंत ने बताया कि वह एमबीपीजी में ही रहकर अध्यापन कार्य करने के इच्छुक हैं। इस बारे में उन्होंने निदेशालय को पत्र भी लिखा है।

एमबीपीजी में सांध्यकालीन कक्षाओं में 927 प्रवेश

एमबीपीजी में सांध्यकालीन कक्षाओं के लिए प्रवेश का कार्य तेज कर दिया गया है। यहां अभी तक 927 प्रवेश हो चुके हैं। अब सोमवार तक ही छात्रों के पास प्रवेश का मौका है। सांध्यकालीन कक्षाओं के लिए एमबीपीजी में कुल 1386 आवेदन आए थे। सर्वाधिक 992 आवेदन बीए में एडमिशन के थे। वहीं बीकाम के लिए 272, बीएससी बायोलाजी में 22 व मैथ के लिए 100 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। प्रवेश प्रभारी डा. अमित सचदेवा ने बताया कि अभी तक कुल 927 लोगों को प्रवेश दिया जा चुका है। शनिवार को बीए में 302, बीकाम में 87 व बीएससी में 22 प्रवेश हुए। प्रवेश प्रभारी ने बताया कि सोमवार के बाद प्रवेश कार्य बंद कर दिया जाएगा।

वेरीफिकेशन के बाद नहीं आए मैसेज

कालेज में डाक्यूमेंट वेरीफिकेशन के बाद फीस जमा करने से पहले मोबाइल पर एक मैसेज आता है, मगर कई छात्रों के फोन पर यह मैसेज नहीं पहुंचे, जिससे वे परेशान हुए। कालेज प्रशासन का कहना है कि इस समस्या के समाधान के लिए प्रयास किया जा रहा है।

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