Scholarship Scam : छात्रवृत्ति घोटाले में बैक मैनेजर समेत दो और आरोपित गिरफ्तार, अब तक पांच जा चुके पकड़े
छात्रवृत्ति वितरण में बरती गई अनियमितताओं के संबंध में जनपद स्तर पर एसआइटी का गठन किया गया है। घोटाले के बैंक मैनेजर समेत दो आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में अब तक पांच लोग गिरफ्तार हो चुके हैं।
संवाद सहयोगी, चम्पावत : दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले के बैंक मैनेजर समेत दो आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। 39.52 लाख रुपये के घोटाले के इस मामले में अब तक जिले से पांच लोग गिरफ्तार हो चुके हैं। दशमोत्तर छात्रवृत्ति घोटाले को लेकर जनपद स्तर पर एसआइटी का गठन किया गया है। पुलिस अधीक्षक चम्पावत लोकेश्वर सिंह एसआइटी के प्रभारी भी हैं। एसआइटी ने समाज कल्याण विभाग से प्राप्त प्रपत्रों के आधार पर थाना बनबसा क्षेत्र के स्कूलों की जांच की। जांच के दौरान देवभूमि विद्यापीठ बनबसा में स्कूल स्वामी व प्रबंधक संचालक चैरब जैन निवासी ऋषिकेश समेत पांच लोग लिप्त पाए गए। इसमें चम्पावत के तत्कालीन सहायक समाज कल्याण अधिकारी भी शामिल थे।
39.52 लाख रुपये का घोटाला सामने आने पर सभी के खिलाफ पुलिस ने 15 दिसंबर 2019 को धोखाधड़ी, गबन, दस्तावेजों का कूटकरण एवं आपराधिक षडय़ंत्र के तहत मुकदमा दर्ज किया और अब तक पांच की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। जिसमें से तीन हाई कोर्ट से जमानत भी ले चुके हैं।
कोतवाल धीरेंद्र कुमार ने बताया कि जांच के दौरान विशाल सिंह निवासी आदर्शनगर, लखीमपुर खीरी (उत्तर प्रदेश) और मोहन सिंह निवासी खटीमा (ऊधमसिंह नगर) हाल निवासी रुद्रपुर के नाम भी सामने आए। विशाल सिंह वर्तमान में बैंक आफ बड़ौदा की बिष्टी सितारगंज शाखा में मैनेजर है। दोनों को समन भेजकर कोतवाली चम्पावत बुलाया गया। पूछताछ के बाद दोनों को हिरासत में लेते हुए कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। दोनों के खिलाफ दशमोत्तर छात्रवृत्ति से संबंधित छात्र-छात्राओं के एटीएम कार्ड का गलत तरीके से सत्यापन करने के साक्ष्य पाए गए हैं।