दक्षिण अफ्रीका की चोटी माउंट किलिमंजारो को फतह करने दो पर्वतारोही रवाना
इंट्रिसिक क्लाइंबर्स एवं एक्सप्लोरर्स आइस संस्था के दो पर्वतारोही दक्षिण अफ्रीका की सर्वाधिक ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो को फतह करने रवाना हो चुके हैं। पर्वतारोही दल को पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना करते हुए शुभकामनाएं दी।
जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़ : इंट्रिसिक क्लाइंबर्स एवं एक्सप्लोरर्स आइस संस्था के दो पर्वतारोही दक्षिण अफ्रीका की सर्वाधिक ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो को फतह करने रवाना हो चुके हैं। पर्वतारोही दल को पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना करते हुए शुभकामनाएं दी। बता दें कि किलिमंजारो चोटी को दुनिया की मुश्किल चोटियों में से एक माना जाता है। इसकी वजह है उसका ज्वालामुखी से बने होना। ये पर्वत चोटी अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी है और तंजानिया देश में स्थित है। किलिमंजारो चोटी तीन ज्वालामुखियों के बीच स्थित है। इसकी सीधी ढलाने इसे फतह करने के लिए मुश्किल बनाती हैं। यही वजह है कि इस पर हर साल हजारों लोग चढ़ने की कोशिश करते हैं, लेकिन फतह कुछ ही कर पाते हैं।
पर्वतारोहण व साहसिक खेलों में विगत 22 वर्षों से कार्य कर रही आइस संस्था के दो पर्वतारोही चंचल प्रसाद और नंदा दक्षिण अफ्रीका की 5895 मीटर ऊंची चोटी आरोहण को जा रहे हैं। आइस संस्था के अध्यक्ष जगदीश कलोनी ने बताया कि विगत दो दशक से साहसिक खेलों को बढ़ावा देने वाली संस्था युवाओं को इस दिशा में प्रोत्साहित कर रही है। बताया कि सात महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटियों को फतह करने का अभियान चलाया जा रहा है। साउथ अफ्रीका के बाद यूरोप की सबसे ऊंची चोटियों को फतह करने की तैयारी है। शनिवार को पुलिस कार्यालय में पर्वतारोही दल को फलेग ऑफ करते एसपी लोकेश्वर सिंह ने दल का उत्साहवद्र्धन करते हुए शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर पुलिस क्षेत्राधिकारी राजन सिंह रौतेला, पर्वतारोही हरीश कुमार, लोकेश पवार, पवन कुमार, सुमन पार्की आदि मौजूद रहे।