हल्द्वानी में बायो मेडिकल वेस्ट के नाम पर लेनदेन के खेल सामने आया

हल्द्वानी में बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट के नियमों का पालन कराने के नाम पर रुपयों के लेनदेन का मामला सामने आया है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 24 Nov 2020 02:20 AM (IST) Updated:Tue, 24 Nov 2020 02:20 AM (IST)
हल्द्वानी में बायो मेडिकल वेस्ट के नाम पर लेनदेन के खेल सामने आया
हल्द्वानी में बायो मेडिकल वेस्ट के नाम पर लेनदेन के खेल सामने आया

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : शहर में बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट के नियमों का पालन कराने के नाम पर रुपयों के लेनदेन का खेल सामने आया है। नगरीय पर्यावरण संरक्षण परिषद के उपाध्यक्ष प्रकाश हर्बोला के नेतृत्व में शहर के निजी अस्पताल का निरीक्षण करने गई टीम के एक अधिकारी पर अस्पताल प्रबंधन से रुपये मांगने का आरोप लगा है। लेनदेन की बात की आडियो रिकार्डिग वायरल हो रही है।

सोमवार दोपहर एसडीएम विवेक राय, एसीएमओ डा. आरपीएस नेगी, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. मनोज कांडपाल, देहरादून से आए ठोस अपशिष्ट प्रबंधन विशेषज्ञ कमल भट्ट, एसएनए विजेंद्र चौहान आदि ने बांबे और स्पर्श अस्पताल का निरीक्षण किया। टीम को बांबे अस्पताल में कुछ अनियमितताएं मिलीं, जिस पर नगर निगम प्रशासन ने नोटिस देने की औपचारिकता भी पूरी की। आरोप है कि इसी बीच टीम में शामिल एक अधिकारी ने अस्पताल मैनेजर से मामले को निपटाने के लिए डील शुरू कर दी। बाद में अस्पताल के मैनेजर पीएस नेगी से फोन पर बातचीत के दौरान अधिकारी एक रेस्टोरेंट में मिलने की बात कहते सुनाई दे रहा है। फोन पर ही अस्पताल मैनेजर ने उनसे गुरुवार को मिलने की बात कही। अस्पताल प्रबंधन के अनुसार, यह फोन जांच करने गई टीम में शामिल कमल भट्ट नाम के व्यक्ति ने किया था। दैनिक जागरण ने जब इसकी पड़ताल की तो पता चला कि टीम में शामिल कमल भट्ट ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के विशेषज्ञ हैं, हालांकि कमल ने इस मामले में खुद की संलिप्तता से इन्कार किया है। उनका कहना है कि हमारी अस्पताल के मैनेजर से कोई बात नहीं हुई है। शहर में यह पूरा मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। हमारा अस्पताल नेशनल एक्रेडेशन बोर्ड फार हास्पिटल सर्टिफिकेट प्राप्त है। सामान्य व बायो मेडिकल वेस्ट उठान के लिए नगर निगम को हर माह 30 हजार रुपये से अधिक भुगतान करते हैं। कूड़ा गाड़ी नहीं आने से तीन दिन से कूड़ा नहीं उठ पाया था।

-एसके मिश्रा, निदेशक बांबे अस्पताल हम लोग मंत्रीजी के साथ अस्पताल का निरीक्षण करने गए थे। अस्पताल में पीपीई किट, गल्ब्ज व अन्य बायो मेडिकल वेस्ट खुले में डाला गया था। कार्मिकों का कोई रिकार्ड नहीं रखा गया था। मैंने अस्पताल के किसी स्टाफ को फोन नहीं किया।

-कमल भट्ट, विशेषज्ञ ठोस अपशिष्ट प्रबंधन निगरानी में कुछ खामियां मिली थीं। जुर्माने का अधिकार सीएमओ या प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सचिव को है, इसलिए फिलहाल नोटिस दिया गया है। अपने बचाव में अस्पताल प्रशासन कर्मचारी पर गलत आरोप लगा रहा है।

-प्रकाश हर्बोला, उपाध्यक्ष नगरीय पर्यावरण संरक्षण परिषद

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