गरमपानी-खैरना बाजार की समस्याओं के समाधान के लिए आंदोलन करेंगे व्यापारी
समस्याओं के समाधान को अब व्यापारी आगे आएंगे। आसपास के क्षेत्रों में भी अभियान चला समस्याओं के समाधान को संघर्ष किया जाएगा। इसके लिए बकायदा तेजतर्रार पदाधिकारियों की समिति का गठन होगा। प्रांतीय नगर उद्योग व्यापार मंडल के पदाधिकारी अब क्षेत्र की समस्याओं को एकजुट होकर संघर्ष करेंगे।
सहयोगी, गरमपानी, संवाद : समस्याओं के समाधान को अब व्यापारी आगे आएंगे। आसपास के क्षेत्रों में भी अभियान चला समस्याओं के समाधान को संघर्ष किया जाएगा। इसके लिए बकायदा तेजतर्रार पदाधिकारियों की समिति का गठन होगा। प्रांतीय नगर उद्योग व्यापार मंडल के पदाधिकारी अब क्षेत्र की समस्याओं को एकजुट होकर संघर्ष करेंगे। क्षेत्र गरमपानी खैरना बाजार क्षेत्र में लंबे समय से व्यवसायी तमाम समस्याओं से जूझ रहे हैं। कई बार आवाज उठाए जाने के बावजूद कोई सुनवाई न होने पर अब व्यापारियों ने खुद ही संघर्ष का ऐलान कर दिया है।
संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष पूरन लाल साह, महिपाल सिंह बिष्ट, मदन सुयाल, गजेंद्र नेगी, महेंद्र सिंह बिष्ट के अनुसार अब क्षेत्र की समस्याओं के बिंदुवार समाधान को आवाज उठाई जाएगी। यही नहीं बल्कि आसपास के भुजान, सुयालबाड़ी, धनियाकोट, रातीघाट,बेतालघाट आदि क्षेत्रों में भी व्यापारियों की समस्याओं के समाधान को छोटे बडे़ व्यापारियों को साथ लिया जाएगा। तहसील स्तर पर मुद्दा उठाए जाने के बाद जिला स्तर पर आवाज उठाई जाएगी। समाधान ना होने पर आंदोलन का बिगुल फूंका जाएगा।
प्रांतीय नगर उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश संगठन मंत्री बिशन सिंह जंतवाल ने बताया कि कई बार आवाज उठाए जाने के बावजूद कोई सुनने को तैयार नहीं है। क्षेत्र में समस्याएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। व्यापारी परेशान है। निर्णय लिया गया है कि अब बिंदुवार समस्याओं के समाधान को संघर्ष किया जाएगा। व्यापारियों को कमजोर समझने वालों को व्यापारिक एकता का एहसास कराया जाएगा।
जिला व प्रदेश स्तरीय पदाधिकारियों का भी लिया जाएगा सहयोग
समस्याओं के समाधान को क्षेत्रीय संगठन जिला व प्रदेश स्तरीय पदाधिकारियों का भी सहयोग लेंगे। जनहित की समस्याओं के समाधान को जिला स्तर तथा प्रदेश स्तर पर भी उठाया जाएगा। जिला स्तर पर आंदोलन की रुपरेखा भी तैयार की जाऐगी।
विशेष समिति का भी होगा गठन
समस्याओं के समाधान को बकायदा तेजतर्रार व्यापारियों की विशेष समिति का गठन भी होगा। जिसमें पूर्व से ही क्षेत्र हित में संघर्ष करने वाले पदाधिकारियों को जगह दी जाएगी। प्रांतीय नगर उद्योग व्यापार मंडल के स्थानीय संगठन ने इसके लिए बकायदा तैयारी भी तेज कर दी है। जिला व प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों से भी पत्राचार किया गया है।