नैनीताल में बिना लाइफ जैकेट के कर रहे बोटिंग और मास्क बगैर घूम रहे पर्यटक
नैनीताल में पर्यटन गतिविधियां बढ़ने के बाद जिला प्रशासन पालिका व पुलिस व्यवस्थाएं चाक चौबंद होने के लाख दावे क्यों न कर ले लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। शहर में तमाम पर्यटन गतिविधियां मानकों को ताक पर रखकर संचालित हो रही है।
नैनीताल, जागरण संवाददाता : नैनीताल में पर्यटन गतिविधियां बढ़ने के बाद जिला प्रशासन, पालिका व पुलिस व्यवस्थाएं चाक चौबंद होने के लाख दावे क्यों न कर ले, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। शहर में तमाम पर्यटन गतिविधियां मानकों को ताक पर रखकर संचालित हो रही है। बिना लाइफ जैकेट झील में नौकायन कर जान जोखिम में डालना हो या खुले में खाद्य सामग्री बेचना।
पुलिस और पालिका इसको लेकर न तो गंभीर नजर आ रही है और न ही इन नियमों का अनुपालन होता दिख रहा है। ऐसे में यह लापरवाही किसी की जान पर भी भारी पड़ सकती है। कोरोना काल में शहर का पर्यटन कारोबार धीरे धीरे जोर पकड़ने लगा है। वीकेंड पर सैलानियों की भीड़ बढ़ने से कारोबारी उत्साहित तो हैं, लेकिन कोविड और अन्य नियमों का अनुपालन करते नहीं दिख रहे। आलम यह है कि तमाम अव्यवस्थाएं अनचाहे खतरों की ओर संकेत कर रही हैं। जिसकी देखरेख के जिम्मेदारों को भी इसकी कोई सुध नहीं है।
ईओ अशोक वर्मा का कहना है कि नियमों का अनुपालन करवाने के लिए समय समय पर पालिका टीम द्वारा अभियान चलाकर चालानी कार्रवाई भी की जा रही है। अभियान में तेजी लाई जाएगी। ईधर कोतवाल अशोक कुमार का कहना है कि कुंभ ड्यूटी जाने से कर्मियों की कमी बनी हुई है। जिस कारण बाजार क्षेत्रों में अभियान नहीं चल पा रहे है।
जान हथेली पर रख हो रहा नौकायन
शहर पहुँचने वाले पर्यटक जमकर नैनीझील में नौकायन का आनंद ले रहे है। मगर नाव संचालकों द्वारा पर्यटकों को बिना लाइफ जैकेट ही नौकायन कराया जा रहा है। ऐसे में कोई अप्रिय दुर्घटना का अंदेशा बना हुआ है।
मुख्य सड़क और चौकी तक सिमटा पुलिस का अभियान
शहर के विभिन्न स्थलों पर बिना मास्क आवाजाही कर रहे लोगों के कारण संक्रमण का खतरा भी बढ़ गया है। इसकी रोकथाम को पुलिस चालानी कार्रवाई तो कर रही है, लेकिन पुलिस की यह कार्रवाई मुख्य सड़कों और चौकी चौराहे तक ही सीमित है।
खुले में बिक रही खाद्य सामग्री परोस रही बीमारी
शहर के मल्लीताल पंत पार्क तो अनियमितताओ से घिर गया है। पार्क में नियम विरुद्ध फड़ लगने के साथ ही जमकर खुले में खाद्य सामग्री परोसी जा रही है। जिस कारण संक्रामक बीमारियों का भी खतरा बना हुआ है। वहीं इसकी देखरेख की जिम्मेदार पालिका को इसकी सुध तक नहीं है।
झील की पारिस्थितिकी संतुलन बिगाड़ रहे पर्यटक
नैनी झील को साफ सुथरा और जलीय पारिस्थितिकी संतुलन बनाये रखने के लिए उसमें कई प्रजातियों की मछलियां डाली गई है। इन मछलियों को कोई भी खाद्य पदार्थ खिलाने पर सख्त मनाही है। जिसके लिए झील किनारे पालिका की ओर से बाकायदा चेतावनी बोर्ड ही लगाए गए है। उल्लंघन करने पर चालानी कार्रवाई का भी प्रावधान है। मगर पालिका की अनदेखी के चलते पर्यटक मछलियों को जमकर ब्रेड और अन्य खाद्य सामग्री परोस रहे है। जिससे जलीय पारिस्थितिकी संतुलन गड़बड़ा रहा है।