नैनीताल झील में पर्यटकों को बिना लाइफ जैकेट बोटिंग करा रहे नाव संचालक, हो सकता है जानलेवा
कोरोना संक्रमण के बीच नियमों में छूट मिलने के बाद शहर में पर्यटन कारोबार पटरी पर लौटने लगा है। वीकेंड पर शहर पहुँचने वाले पर्यटक नौकायन का भी खूब आंनद उठा रहे है लेकिन नाव संचालक पर्यटकों को बिना लाइफ जैकेट ही नौकायन करा रहे है।
नैनीताल, जेएनएन : कोरोना संक्रमण के बीच नियमों में छूट मिलने के बाद शहर में पर्यटन कारोबार पटरी पर लौटने लगा है। वीकेंड पर शहर पहुँचने वाले पर्यटक नौकायन का भी खूब आंनद उठा रहे है, लेकिन नाव संचालक पर्यटकों को बिना लाइफ जैकेट ही नौकायन करा रहे है। नाव संचालकों की यह लापरवाही कही पर्यटकों की जान पर भारी न पड़ जाए। वही इसकी देखरेख के जिम्मेदार पालिका अधिकारी इस सबसे बेखबर बने हुए है।
कोरोना संक्रमण के चलते जनजीवन थमने से नैनी झील में करीब पांच माह तक नौकायन बंद रहा। नियमो में छूट मिलने के बाद पर्यटन गतिविधियां बढ़ी तो पहली सितंबर से नैनीझील में नौकायन भी शुरू कर दिया गया। जिससे नाव संचालकों के साथ ही चालकों ने भी राहत की सांस ली। नौकायन शुरू होने के कुछ दिनों तक तो संचालकों ने नियमों के तहत नावों का संचालन किया, लेकिन अब बिना लाइफ जैकेट ही पर्यटकों को झील ने नौकायन कराया जा रहा है।
ऐसे में संचालकों की यह लापरवाही हादसों को दावत दे रही है। झील में नौकायन के लिए कुल 312 नाव का संचालन किया जाता है। जिसके लिए पालिका की ओर से लाइसेंस भी जारी किए जाते है। इन लाइसेंस की शर्तों में साफ है कि झील में बिना लाइफ जैकेट नौकायन नहीं किया जाएगा। उल्लंघन करने पर चलानी कार्रवाई के साथ ही लाइसेंस निरस्त करने तक का प्रावधान है। जिसके बावजूद संचालक बिना लाइफ जैकेट ही नौकायन करा रहे है।
जिम्मेदारों को नहीं है सुध
झील में नियमो के तहत नौकायन के संचालन की जिम्मेदारी पालिका पर ही है। लेकिन नियमों को ताक में रख झील में नौकायन किया जा रहा है। जिससे पालिका अधिकारी बेखबर बने हुए है। पालिका अधिकारियों की इस सुस्ती से कभी भी कोई अप्रिय घटना घट सकती है। नैनीताल नगरपालिका के ईओ अशोक वर्मा ने बताया कि बिना लाइफ जैकेट नौकायन की जानकारी नहीं है। कर्मचारियों से निरीक्षण करवाया जाएगा। नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।